Corona effect: digi desk/BHN/ कोविड के बाद लोग अभी तक ब्लैक फंगस के संक्रमण से परेशान थे लेकिन अब कई मरीजों में टीबी की बीमारी देखने को मिल रही है। कोविड संक्रमण के बाद पोस्ट कोविड मरीजों में टीबी होने के मामले भी सामने आ रहे हैं। पिछले दो दिनों में अरबिंदो अस्पताल की पोस्ट कोविड ओपीडी में छह ऐसे मामले पहुंचे हैं, जिनमें मरीज को कोविड संक्रमण के बाद टीबी की शिकायत हुई। टीबी का यह संक्रमण बुजुर्गों के अलावा अब 20 से 30 साल के युवाओं में भी दिखाई दे रहा है। पोस्ट कोविड के मरीजों को जब लंबे समय तक खांसी बनी रही तो उनकी जांच करवाने पर पाया गया कि उन्हें टीबी हुआ है।
केस-1 : 28 साल के युवक को अप्रैल माह में कोविड संंक्रमण हुआ लेकिन कोविड से ठीक होने के बाद भी मई माह तक उसे लगातार बुखार आ रहा था। अस्पताल में भर्ती होने के बाद मरीज कों एंटी फंगल इंजेक्शन व अन्य दवाएं देने के बाद भी सुधार नहीं हुआ। जब ब्रोकोस्कोपी से जांच की गई तो उनके फेफड़ों में टीबी मिला।
केस-2: 21 साल की लड़की को मई माह में बुखार आने के बाद कोविड संक्रमण हुआ। उसका घर पर ही होम आइसोलेशन में इलाज हुआ। बाद में जब उसकी जांच की गई तो फेफड़ों में टीबी पाया गया। पेट में पानी भरने के कारण आंतें मोटी हो गई थी। स्थिति गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती किया गया।
केस-3: 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला को दो से तीन माह से बुखार आ रहा था। परिवार के लोगों ने लाकडाउन के दौरान उन्हें घर पर आइसोलेट कर रखा। बाद में उनका खाना-पीना भी छूट गया। जब उनकी जांच करवाई गई तो पता चला कि उनके फेफड़ों में टीबी के कीटाणु है और आधे फेफड़े गल गए हैं।
दो सप्ताह से ज्यादा खांसी रहे तो जांच जरूर करवाए
अरबिंदो अस्पताल के श्वसन रोग विशेषज्ञ डा. रवि डोसी के मुताबिक कोविड संक्रमण से ठीक हुए कई लोगों में टीबी भी पाया जा रहा है। यदि आपको दो सप्ताह से ज्यादा खांसी रहती है तो टीबी की पहचान के लिए खंखार की जांच जरूर करवाए। खांसी व बुखार दो सप्ताह से ज्यादा समय तक रहने के कारण टीबी होने की संभावना रहती है। कोविड वायरस के कारण अंदरूनी फेफड़े कमजोर हो जाते हैं और इम्युनिटी भी कम हो जाती है। इसका फायदा फंगस व टीबी के कीटाणु उठाते हैं और उससे संक्रमण होता है। यही वजह है कि कई मरीजों में कोविड के बाद अब टीबी के लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं। यदि किसी मरीज को दो दिन तक लगातार खांसी हो तो कोविड की जांच करवाएं और यदि खांसी दो सप्ताह से ज्यादा समय हो तो खंखार की जांच करवाए।