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परिश्रम की पराकाष्ठा और प्रयत्नों की परिसीमा करें- मुख्यमंत्री

कोरोना की संभावित तीसरी लहर को रोकने सम्मिलित प्रयास जरूरी
जिला, विकासंखड, पंचायत और वार्ड स्तरीय संकट प्रबंधन समितियों को संबोधन

सतना/भोपाल, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना नियंत्रण के पश्चात अभी संकट प्रबंधन समितियों का काम खत्म नहीं हुआ है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को रोकने सम्मिलित प्रयास जरूरी हैं। परिश्रम की पराकाष्ठा और प्रयत्नों की परिसीमा कर प्रदेश में संभावित कोरोना की तीसरी लहर को रोकने का प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान सोमवार को सायं वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों एवं जिला, विकासखंड, पंचायत और वार्ड स्तरीय संकट प्रबंधन समिति के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। सतना कलेक्ट्रेट के एनआईसी कक्ष में कलेक्टर अजय कटेसरिया, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा, सीईओ जिला पंचायत हरेंद्र नारायण एवं जिला संकट प्रबंधन समिति के सदस्य योगेश ताम्रकार, नरेंद्र त्रिपाठी, जितेंद्र जैन, अशोक दौलतानी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संकट के समय हमारी संकट प्रबंधन समितियों की भूमिका पूरे देश में जनभागीदारी के मॉडल के रूप में उभरी है। कोविड के नियंत्रण में सबसे पहले और सबसे प्रभावी नियंत्रण इनके माध्यम से हो सका है। जिसके अथक परिश्रम से मध्यप्रदेश कोविड में सुखद स्थिति में पहुंचा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड से अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचा है। स्व-रोजगार के अवसर को बढ़ाना भी गंभीर चुनौती का काम है। आप सब के सहयोग से अर्थव्यवस्था को पुनः खड़ा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। प्रदेश में निजी क्षेत्रों, सहकारी और शासकीय क्षेत्रों सहित हर सेक्टर में हर माह एक लाख रोजगार के अवसर मुहैया कराने के प्रयास किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संभावित तीसरी लहर को रोकने, व्यवस्था बनाने, टेस्ट बढ़ाने, किल कोरोना अभियान सतत संचालित रखने और टीकाकरण की गतिविधि पूरी गति से चलाई जाएगी। इसके पहले प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आकाश त्रिपाठी ने कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने की जा रही तैयारियों, मानव संसाधन की पूर्ति, ऑक्सीजन और आईसीयू बेड, एंबुलेंस, दवाओं की उपलब्धता एवं अग्रिम भंडारण तथा कोविड अनुकूल व्यवहार के महत्व के बारे में प्रेजेन्टेशन में जानकारी दी।

कोविड अनुकूल व्यवहार जागरूकता के चहुँमुखी प्रयास

कोविड-19 महामारी पर प्रभावी नियंत्रण और बचाव के लिये टीकाकरण और कोविड अनुकूल व्यवहार प्रमुख घटक साबित हुए हैं। अब कोविड अनुकूल व्यवहार को पूरी ईमानदारी से अपनाकर तीसरी लहर को नहीं आने देने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन दो उपायों के प्रति समाज की जागरूकता को महत्वपूर्ण माना है। उन्होंने इसके लिये शहरी क्षेत्रों में सम्मान योजना शुरू करने और रोको-टोको अभियान चलाने के निर्देश भी दिए हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समय-समय पर जन-प्रतिनिधियों, आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों, धर्मगुरूओं, प्रबुद्ध नागरिकों, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, फ्रन्टलाइन वर्करों, कोविड पीड़ित मरीजों आदि सभी से संवाद करते हुए कोविड अनुकूल व्यवहार का हमेशा पालन करते रहने की अपील की है। सामाजिक जागरूकता का ही परिणाम है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की भयावह दूसरी लहर को शीघ्र ही नियंत्रित किया जा सका। कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने और उसे रोकने की राज्य शासन की पूरी तैयारी है। जन-सहभागिता से इस दिशा में कार्य शुरू किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना अनुकूल व्यवहार संबंधी अनुशंसा के लिए मंत्री-समूह भी गठित किया है। मंत्री-समूह के द्वारा की गई अनुशंसाओं को अमल में लाने के लिये शासन-प्रशासन के साथ आमजन की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है।

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