Toothbrush day 2021: हर दिन की शुरूआत एक ताजगी भरी सुबह के साथ होती है, और जब सुबह-सुबह हम उठते हैं तो कुछ डेली रूटीन को फाॅलो करते हुए आगे बढ़ते हैं। इन डेली रूटीन्स का एक अहम हिस्सा टूथब्रश है, जी हां इसके बिना आप अपनी माॅर्निंग के गुड होने की कल्पना भी नहीं कर सकते। जब टूथब्रश नहीं हुआ करता था तब लोग इसकी जगह दातून का इस्तेमाल करते हैं। हालाकि आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में दातून का ही इस्तेमाल देखने को मिलता है लेकिन अधिकतर देखा जाए तो हर जगह टूथब्रश का ही इस्तेमाल होता है। क्या आप जानते हैं कि टूथब्रश का इतिहास 500 साल से भी ज्यादा पुराना है।
कहां हुआ था टूथब्रश का अविष्कार
टूथब्रश के इतिहास के बारे में अगर बात करेें तो लगभग आज से 512 साल पहले 26 जून 1498 को चीन के राजा ने एक ऐसा ब्रश तैयार किया जिससे दोतों की सफाई दातुन के मुकाबले ज्यादा अच्छी तरह से की जा सके। तो यहां पर ये साफ जाहिर होता है कि दुनिया को चीन ने ही टूथब्रश के बारे में जानकारी दी। आज का ही दिन यानी 26 जून को प्रति वर्ष ‘‘टूथब्रश डे’’ के रूप में मनाया जाता है। जब शुरूआत में इस टूथब्रश को बनाया गया था तो इसे पकड़ने की जगह पर हड्डी का इस्तेमाल किया गया था। थोड़ा समय बदला और हड्डी के स्थान पर बांस का इस्तेमाल होने लगा।
टूथब्रश के हैंडल में तो परिवर्तन हो गया था लेकिन ब्रश के जो बाल थे उसे सुअर के बालों से बनाया जाता था। क्योंकि सुअर के बाल नाॅर्मल बालों से ज्यादा हार्ड होते हैं इस वजह से दांतों की अच्छी सफाई के लिए सुअर के बालों का इस्तेमाल किया गया था। लेकिन धीरे-धीरे इसमें भी परिवर्तन होना शुरू हुआ और समय के साथ-साथ नए-नए अविष्कारों ने इसमें नया रूप देने की कोशिश की।
टूथब्रश में आई आधुनिकता
समय के साथ-साथ टूथब्रश में भी कई बदलाव देखने को मिलते गए 1780 में इंग्लैंड में विलियम्स एडिस नाम के एक व्यक्ति ने थोड़ा और आधुनिक टूथब्रश बनाया। लेकिन पेटेंट के मामले में अमेरिका बाजी मार ले गया। उसके बाद 7 नवम्बर 1857 को अमेरिका के एचएन वासवर्थ ने टूथब्रश का पेंटेंट हासिल किया जिसका पेटेंट नंबर 18653 था। आज आप जिस टूथब्रश का इस्तेमाल कर रहे है उसका बड़े पैमाने पर उत्पादन 1938 में शुरू हुआ था। डेंटिस्ट्स का कहना है कि आज भले ही बड़े पैमाने पर टूथब्रश का ही इस्तेमाल हो रहा है लेकिन अभी तक लोग इसका सही इस्तेमाल करना अभी भी नहीं जानते है।