Wednesday , July 3 2024
Breaking News

Rewa: बिजली मेंटीनेंस के बाद भी नहीं सुधरे हालात, जरा सा हवा का झोंका आया और बत्ती गुल..!

रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ मप्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा प्री मानसून से पहले बिजली मेंटीनेंस का कार्य जिलेभर में कराया गया है। लेकिन इस मेंटीनेंस के बाद भी बिजली के हालात सुधार में नजर नहीं आ रहे हैं। आलम यह है कि हल्की हवा और बूंदाबांदी होने पर भी न सिर्फ बिजली गुल हो जाती है बल्कि 24 घंटे के अंतराल में बिजली गुल होने का सिलसिला लगातार बना रहता है। इस भीषण गर्मी में बिजली गुल हो जाने से लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ बेतहाशा गर्मी तो वहीं दूसरी ओर गुल होने वाली बिजली के चलते जनजीवन पर इसका असर पड़ रहा है। बिजली गुल होने के पीछे विभागीय जिम्मेदार अधिकारियों का तर्क है कि अतिभार के कारण बिजली सप्लाई बाधित होती है।

मेंटीनेंस के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति 

वर्षाकाल के पूर्व बिजली व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए विभाग द्वारा सुधार कार्य कराया जाता है। जिसके तहत लूज वायरों की पेट्रोलिंग, ट्रांसफार्मरों तथा कंडेशरों की मरम्मत के साथ ही विद्युत सब स्टेशन का मेंटीनेंस कार्य कराया जाता है। इसके साथ ही हाईटेंशन लाइन और केबिल डालने का कार्य भी किया गया है। मेंटीनेंस के लिए बिजली विभाग ने एरिया बाई बिजली सप्लाई भी 5 से 6 घंटे तक बंद रखी गई थी और इसे मेंटीनेंस बताकर आम उपभोक्ताओं को सूचित भी किया गया था। मेंटीनेंस होने के बाद भी बिजली का सुधार होता नहीं दिख रहा है और बिजली सप्लाई रह-रहकर बाधित हो रही है। मौसम का मिजाज थोड़ा भी बिगड़ा तो बिजली गुल, तेज हवा चली बिजली गुल, ताप तेज हुई तो बिजली गुल, कई ऐसे उदाहरण हैं जो बिजली सप्लाई बंद हो जाती है।

गांवों में 7 से 8 घंटे की अघोषित कटौती

मप्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा 24 घंटे बिजली मुहैया कराने का वादा किया गया है। शहरवासियों का कहना है कि 24 घंटे बिजली का वादा विभाग पूरा नहीं कर पा रहा है। जहां दिन में कई बार बिजली आती जाती रहती है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के हालात इससे भी खराब हैं। गांवों में 7 से 8 घंटे की अघोषित कटौती की जा रही है। रात के समय कई बार बिजली बंद हो जाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

About rishi pandit

Check Also

Satna: कलेक्टर मैहर और एसपी ने दी नवीन कानूनों की जानकारी

सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ भारतीय न्याय संहिता, नागरिक सुरक्षा संहिता 2023, भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 में …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *