सतना, भास्कर हिंदी न्यूज। दरोगा की सर्विस रिवाल्वर की गोली से कथित चोरी के संदेही राजपति की मौत के बाद मचा बवाल शांत हो गया है। राजपति का अंतिम संस्कार बुधवार को बड़ी जद्दोजहद के बाद हुआ था। राजपति के परिजनों को मनाने में प्रशासन के पसीने छूट गये थे। इस मामलो को लेकर सियासत भी चरम पर पहुंची। अंतत: प्रशासन परिजनों व सियासत दोनों को मनाने में कामयाब रहा और परिजनों ने राजपति का अंतिम संस्कार कर दिया। इस मामले में छावनी में तब्दील नारायणपुर गांव व रैगांव चौकी में तैनात भारी पुलिस बल गुरूवार को हटा दिया गया है।
एसआईटी ने शुरू की जांच
प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच के लिए रीवा रेंज के आईजी उमेश जोगा ने सिरमौर एसडीओपी पी.एस परस्ते की अगुवाई में 5 सदस्यीय टीम गठित की थी। एसआईटी ने गुरूवार को सिंहपुर थाने पहुंच कर जांच पड़ताल शुरू कर दी। इसके साथ ही एसआईटी ने कथित तौर पर हत्या के आरोपी दरोगा विक्रम पाठक की सर्विस रिवाल्वर भी अपने कब्जे में ले ली। उल्लेखनीय है कि सर्विस रिवाल्वर कोलगंवा में थाने में रखी गई थी।
फोरेंसिक एक्सपर्ट ने भी शुरू किया काम
गुरूवार को पन्ना के फोरेंसिंक एक्सपर्ट डा.पुष्पेंद्र सिंह भी सिंहपुर थाने पहुंचे और उस कमरे की बारीकी से जांच पड़ताल की जहां पर संदेही राजपति से पूछताछ के दौरान गोली लगने से मौत होना बताया जा रहा था। फोरेंसिक विशेषज्ञ ने मालखाने में मौजूद खून के धब्बे और थाने के बाहरी हिस्से में मौैजूद ब्लड के सैंपल लिए हैं। ब्लड सैंपल जांच के लिए लैबोरेटरी भेजे जायेंगे।