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MP Board 10th Exam Result : दसवीं का वार्षिक रिजल्ट बनाना स्कूलों के लिए हो रहा मुश्किल

MP Board 10th Exam Result 2021:digi desk/BHN/भोपाल/ इस बार दसवीं की छमाही, रिवीजन टेस्ट या प्री-बोर्ड परीक्षा सभी ओपन बुक पद्धति से ली गई। इन परीक्षाओं में सभी विद्यार्थियों के रिजल्ट अच्छे रहें। हर स्कूल का रिजल्ट 80 से 90 फीसद तक रहा है। अब माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने दसवीं की परीक्षा स्थगित कर विद्यार्थियों के मुख्य परीक्षा परिणाम की गणना छमाही, रिवीजन टेस्ट, प्री-बोर्ड और आंतरिक मूल्यांकन के अंकों के आधार पर करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी स्कूल का रिजल्ट पिछले तीन साल के औसत रिजल्ट से दो फीसद से अधिक नहीं होना चाहिए। अब स्कूलों के सामने मुसीबत यह है कि इस बार तो रिजल्ट अच्छे आएंगे ही, क्योंकि पिछले बाकी परीक्षाओं का रिजल्ट बेहतर रहा था। अब स्कूल प्राचार्य परेशान है कि माशिमं द्वारा तय मापदंडों के आधार पर मुख्य परीक्षा का रिजल्ट तैयार करना एक बड़ी चुनौती हैं। मंडल ने स्कूलों को 30 मई तक रिजल्ट तैयार करने के आदेश दिए हैं। वहीं शिक्षक संगठनों का कहना है कि इस निर्णय से शिक्षकों, प्राचार्यों के सामने कई समस्याएं खड़ी हो गई हैं।

आतंरिक मूल्यांकन नहीं हुए

प्राचार्यों का कहना है कि आदेश में दिया है कि आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर भी अंक मिलेंगे। सरकारी स्कूलों में आंतरिक मूल्यांकन हुआ ही नहीं है। अब ऐसे में कैसे आंतरिक मूल्यांकन के अंक देंगे। अब शिक्षक अपने मन से अंक देंगे।

तेज विद्यार्थी रह जाएंगे पीछे

वहीं शिक्षकों का कहना है कि इस तरह मूल्यांकन से कोई भी विद्यार्थी फेल नहीं होगा और तेज विद्यार्थियों का नुकसान होगा। इसमें कहा गया है कि मेरिट घोषित नहीं किया जाएगा। इस मूल्यांकन पद्धति से सभी स्कूल के विद्यार्थी पास हो जाएंगे। निजी स्कूलों के बच्चों के टेस्ट नहीं हुए मप्र प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजीत सिंह का कहना है कि विभाग के इस निर्णय का प्रदेशभर में विरोध हो रहा है, क्योंकि एक तरफ विभाग ने आदेश जारी कर कहा था कि बच्चे अभिभावकों से अनुमति लेकर ही स्कूल आएंगे और जब से स्कूल खुले 40 फीसद उपस्थिति नहीं रही। ऐसे में कहां से पूरे बच्चों का टेस्ट नहीं लिया गया। अधिकतर बच्चों के टेस्ट हुए ही नहीं। अब विभाग कह रहा है कि टेस्ट के आधार पर रिजल्ट तैयार करना है। रिजल्ट तैयार करने के लिए समय बढाएं।

इनका कहना है

दसवीं के परीक्षा परिणाम तैयार करने की प्रक्रिया भी एक औपचारिकता है। कक्षा दसवीं के परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिए दिया गया समय पर्याप्त नही है। शिक्षक एवं प्राचार्य बहुत अधिक संख्या में संक्रमित है, इसलिए 10 जून तक के लिए यह अवधि बढ़ाई जानी चाहिए। 

मुकेश शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष, समग्र शिक्षक व्याख्याता एवं प्राचार्य कल्याण संघ मप्र

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