छतरपुर,भास्कर हिंदी न्यूज़/ तहसील क्षेत्र राजनगर के गेहूं उपार्जन केंद्र झमटुली में रविवार की शाम और सोमवार को सुबह हुई से बारिश से बड़ी मात्रा में गेहूं भींग गया है। इससे किसानों में काफी आक्रोश पनप गया और किसानों ने प्रदर्शन कर जाम लगा दिया। इसकी जानकारी मिलने पर बिजावर विधायक राजेश शुक्ला, एसडीएम डीपी द्विवेदी, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं एके शुक्ला मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराया। प्रदर्शन करने वाले किसानों का कहना था कि खरीदी केंद्र पर खुले आसमान के नीचे सैकड़ों क्विंटल गेहूं बारदाने के इंतजार में रखा हुआ है, लेकिन बारदाना न होने के कारण किसानों का गेहूं भींग गया है। इसके बाद एसडीएम ने नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों से मौके से ही बात की। इसके बाद गेहूं की तुलाई शुरू हो सकी।
कई दिन से थे किसान परेशान
जिले में पिछले एक सप्ताह से गेहूं उपार्जन केंद्रों पर बारदाना नहीं भेजा जा रहा है। इस कारण वे किसान जो अभी तक गेहूं बेचने के लिए नहीं पहुंचे थे। उनका गेहूं अब नहीं खरीदा जा रहा है। जिले के 145 गेहूं खरीदी केंद्रों पर इन दिनों किसानों की भीड़ बढ़ती जा रही है। इधर केंद्र प्रभारियों पर अधिकारी सख्ती किए हुए हैं। जिले के अधिकारियों का अनुमान है, कि अब गेहूं खरीदी का आखिरी चरण है। इस कारण किसान कम व्यापारी अधिक गेहूं लेकर पहुंच रहे हैं। अधिकारियों ने केंद्र पर बारदाना भेजना ही बंद कर दिया है। राजनगर तहसील क्षेत्र के झमटुली में करीब दो दर्जन से अधिक किसान पिछले 13 मई से गेहूं लेकर केंद्र पर डेरा जमाए हुए थे कि उनका गेहूं खरीदा जाएगा। केंद्र प्रभारी बारदाना आने पर ही तुलाई किए जाने की बात करता था। वहीं रविवार की शाम और सोमवार की सुबह यहां बारिश हो गई। इस बारिश से किसानों का गेहूं भींग गया। किसानों ने पहले सहकारिता के अधिकारियों को फोन लगाया लेकिन कोई संतोषजनक जवाब न मिलने के कारण मौके से ही विधायक राजेश शुक्ला को फोन लगाकर अपनी समस्या बताई और समस्या का निराकरण किए जाने की मांग की। इसके बाद किसानों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस पर विधायक राजेश शुक्ला सोमवार की सुबह गेहूं उपार्जन केंद्र झमटुली पहुंचे। यहां किसानों ने विधायक को अपनी समस्या बताई। विधायक ने मौके से ही एसडीएम और सहकारिता उपायुक्त को फोन लगाकर मौके पर ही बुलाया। एसडीएम डीपी द्विवेदी ने मौके पर पहुंचकर किसानों को आश्वासन दिया कि उनका गेहूं खरीदा जाएगा। मौके पर पहुंचे उपायुक्त सहकारिता एके शुक्ला ने भी किसानों को गेहूं खरीदी किए जाने का आश्वासन दिया।
किसान परेशान, खरीदी का लक्ष्य पूरा होने के करीब
जिले के 145 गेहूं उपार्जन केंद्रों पर हजारों किसान गेहूं लेकर बेचने के लिए पड़े हुए हैं। इन किसानों का गेहूं इसलिए नहीं लिया जा रहा है क्योंकि प्रशासन का अंदेशा है कि किसानों के नाम पर अब व्यापारियों का गेहूं लिया जाएगा। लेकिन सवाल उठता है कि अभी हजारों की संख्या में किसान गेहूं बेचने से वंचित रह गए हैं और जिले का गेहूं खरीदी का लक्ष्य पूरा होने के करीब है। जिले में पहले गेहूं खरीदी का लक्ष्य 3.25 लाख मीट्रिक टन रखा गया था। कोरोना के कारण इसे घटाकर 2.50 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया है। 17 मई को सुबह 9.30 बजे तक जिले में 24 लाख, 49 हजार, 534 क्विंटल अर्थात 2.44 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। जिले में करीब 51 हजार किसानों ने गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन कराया था अभी तक 40 हजार 485 गेहूं बेच चुके हैं।