बसस्टैंड के पास विंध्या इंजीनियरिंग के गोदाम में भरे मिले आक्सीजन सिलेंडर
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ शहर में चंद रुपयों की खातिर कुछ व्यवसाइयों द्वारा इंसानियत को शर्मसार करने वाली करतूत को अंजाम दिया गया है। अस्पतालों व नर्सिंग होम्स में भर्ती कोरोना मरीजों के लिए ‘प्राणवायु’ आक्सीजन की कालाबाजारी करने में आपदा में ‘अवसर’ तलाशने वाले व्यवसाई की करतूत जब कुछ लोगों ने जिला प्रशासन को दी तब कलेक्टर अजय कटेसरिया ने पुलिस प्रशासन व निगमायुक्त तन्वी हुड्डा के साथ रविवार को बस स्टैंड के पास विंंध्या इंजीनियरिंग के गोदाम मे छापा मारा। गोदाम को जब खोला गया तो प्रशासनिक अमले की आंखे फटी रह गईं।
गोदाम में भारी मात्रा में कोरोना मरीजों के लिए जान बचाने वाले आक्सीजन सिलेंडरों को छिपा कर रखा गया था। दल-बल के साथ अधिकारियों ने जब इन सिलेंडरों की गिनती शुरू करवाई तो उन्हें 571 जंबो और 90 छोटे सिलेंडर मिले। चंद पैसों की खातिर कोरोना महामारी के समय आक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाजारी व जमाखोरी किये जाने की इस करतूत ने शहर के दरियादिल व्यापारियों का सिर शर्म से नीचा कर दिया है।
शहर मे प्राणवायु आक्सीजन की कालाबाजारी की सूचना पर कलेक्टर अजय कटेसरिया, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ रविवार को बस स्टैंड के समीप विन्ध्या इंजीनियरिंग मे छापामार कार्रवाई की। इस दौरान मौके पर 571 जम्बो आक्सीजन सिलेंडर और 90 छोटे सिलेंडर मिले है।
कालाबाजारी के खेल का ऐसे पता चला
रविवार को कलेक्टर अजय कटेसरिया को गुप्त सूचना मिली कि विंध्या इंजीनियरिंग कंपनी के प्रोपराइटर राजीव कुमार जैन द्वारा सूचनादाता को 25 हजार रुपये में आक्सीजन सिलिंडर एवं 7 हजार रुपये में सिलिंडर की किट बेची गई है। लेकिन यह कह कर डिलीवरी नही दी जा रही कि प्रशासन सख्त निगरानी कर रहा है। सूचना पर कलेक्टर ने महाप्रबंधक उद्योग आरके सिंह से अनुसंधान कराया और कलेक्टर श्री कटेसरिया एवं एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने एक संयुक्त टीम को छापामारी करने भेजा। टीम में शामिल एसडीएम राजेश शाही, सीएसपी विजय प्रताप सिंह एवं कोलगवां थाना प्रभारी देवेंद्र प्रताप सिंह की संयुक्त टीम द्वारा छापामार कार्यवाही की गईं। जिसमें 571 आक्सीजन जम्बो सिलेंडर एवं 90 छोटे सिलेण्डर जब्त किए गए। कलेक्टर कटेसरिया ने बताया कि जब्त सिलेंडर का अधिग्रहण कर लिया गया है और यह मेडिकल प्रयोजन हेतु जिला अस्पताल एवं अन्य अस्पतालों को आवंटित किए जा रहे हैं। फर्म के विरुद्ध आपराधिक कार्यवाही की जा रही है।
25 हजार रुपये में बेच रहे थे आक्सीजन सिलिंडर
कलेक्टर अजय कटेसरिया के अनुसार रविवार सुबह गुप्त सूचना मिली कि विंध्य इंजीनियरिंग कंपनी प्रोपराइटर राजीव कुमार जैन द्वारा सूचनादाता को 25000 रुपये में आक्सीजन सिलिंडर एवं 7000 रुपये में सिलिंडर की किट बेची गई है पर प्रशासन द्वारा कड़ी नजर बताते हुए उसकी डिलीवरी नहीं दी जा रही है। जिससे उन्हें शंका हुई कि अवैध व्यापार चलाया जा रहा है।
एनएसए के तहत होगी कार्रवाई
बताया जा रहा है कि इतनी बड़ी तादाद में आपदा के दौरान भी आक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी करने वाले राजीव कुमार जैन पर अब राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम सहित महामारी एक्ट सहित कई धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाएगा। इसके लिए खाद्य एवं औषधी निरीक्षक द्वारा एफआईआर भी कराई गई है।