MP Weather Update:digi desk/BHN भोपाल/अमूमन अप्रैल माह में गर्मी के तेवर तीखे होने लगते हैं, लेकिन इस वर्ष लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षाेभ और हवाओं का रूख बार-बार बदलने से अपेक्षाकृत गर्मी नहीं पड़ रही है। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक शनिवार को हवा का रूख उत्तर-पश्चिमी बना रहा। इससे राजधानी का तापमान स्थिर बना रहा। उधर मध्यप्रदेश के उत्तरी इलाके में अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई। मौसम चार दिनाें तक शुष्क बना रह सकता है। इस दौरान तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो कि सामान्य रहा। साथ ही शुक्रवार के अधिकतम तापमान (39.1 डिग्रीसे.) के बराबर रहा। मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि इस वर्ष फरवरी के मध्य से ही पश्चिमी विक्षाेभ के उत्तर भारत में आने का सिलसिला बना हुआ है। पश्चिमी विक्षाेभ के कारण बनने वाले वेदर सिस्टम की वजह से इस बार अप्रैल में अपेक्षाकृत गर्मी नहीं पड़ रही है। इस सीजन में इस बार राजधानी में सबसे अधिक तापमान 41.1 डिग्रीसे. छह अप्रैल काे दर्ज किया गया था। हालांकि वर्तमान में मौसम शुष्क बना हुआ है, लेकिन शुक्रवार रात से हवा का रूख उत्तर-पश्चिमी हाेने के कारण जहां राजधानी का अधिकतम तापमान शनिवार काे स्थिर बना रहा, वहीं ग्वालियर-चंबल संभाग में अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई। अभी चार दिन तक मौसम शुष्क बना रहने की ही संभावना है।
उत्तरप्रदेश, राजस्थान पर दो चक्रवात
पीके साहा के मुताबिक वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम उत्तरप्रदेश पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसी तरह दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इन दो सिस्टम के कारण भी हवा का रूख बार-बार बदल रहा है। उत्तर भारत की तरफ से आने वाली हवाआें के कारण ही अधिकतम तापमान में अधिक बढ़ाेतरी नहीं हाे पा रही है। इस वजह से अप्रैल माह के अंत में भी मौसम का मिजाज ठंडा बना हुआ है।