उमरिया,भास्कर हिंदी न्यूज़/ कोरोना के कहर से एक बार फिर बांधवगढ़ का पर्यटन भी प्रभावित होने वाला है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार 26 अप्रैल से 30 अप्रैल तक बांधवगढ़ में पर्यटन संबंधी सभी गतिविधियां बंद रहेंगी। आदेश में साफ तौर से कहा गया है कि कोविड-19 के संक्रमण के बचाव के लिए पार्क में पर्यटन संबंधी गतिविधियां बंद रखने का निर्णय लिया गया है। पार्क बंद करने के आदेश के बाद गाइड और जिप्सी चालकों में निराशा बढ़ गई है। लोगों ने अंदाजा लगाना शुरू कर दिया है कि पिछले साल की तरह ही इस साल भी पूरे समय पर्यटन बंद रह सकता है। पिछले साल मार्च में पार्क बंद कर दिया गया था जिससे गाइड और जिप्सी चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा था।
रोजी-रोटी का संकटः पिछले साल मार्च में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को बंद कर दिया गया था। कोरोना वायरस के कारण मध्य प्रदेश के सभी छह टाइगर रिजर्व बंद किए गए थे। सभी टाइगर रिजर्व बंद हो होने के कारण चालक और गाइड बेरोजगार हो गए और उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया था। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के गाइड और जब से चालकों ने अपने इस दर्द को कई बार बयान किया था। पिछले साल जिप्सी चालकों और गाइडों ने अपना दर्द सुनाया था। इनका कहना था कि वे रोज कमाने खाने वाले लोग हैं और पार्क बंद हो जाने के कारण घर के अंदर कैद होकर रह गए थे। इनके घरों में आर्थिक समस्या उत्पन्न होने लगी थी और अब यह खुद को ज्यादा समय तक बेरोजगार रखकर अपने परिवार का पालन पोषण नहीं कर सकते।
फिर आया संकट का दौरः गाइड राजेश द्विवेदी, मुकेश वर्मा, मनजीत सिंह, विजय सिंह, संजय सिंह, राजेश साहू ने बताया कि वह जब काम करते हैं तो प्रति महीना 6-7 हजार रुपए कमा लेते हैं लेकिन काम बंद होने के कारण उनके सामने आर्थिक समस्याएं आने लगेंगी। इन सभी लोगों का कहना है कि वे पूरी तरह पर्यटन भी ही निर्भर हैं और अगर पर्यटन बंद हो जाएगा तो उनके सामने समस्या काफी बढ़ जाएगी।
खड़ा होगा आर्थिक संकटः पर्यटन बंद होने से अन्य लोगों पर भी संकट उत्पन्न होगा। इतना ही नहीं ताला में छोटे होटल चलाने वाले वे लोग भी परेशान हैं जिनका पूरा गुजारा पर्यटकों से ही होता था। कुछ लोगों ने तो अपने घरों के कमरों को पर्यटकों के लिए खोल रहे थे और इसी से ही उनका गुजारा चलता था। लेकिन पार्क बंद हो जाने के कारण अब उनके सामने आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होने लगेगी हैं। पार्क बंद होने के साथ ही लॉक डाउन भी उस समय मुसीबत का कारण बन गया है जिस कारण वे दूसरा काम करने के लिए भी नहीं निकल पाएंगे।