प्रभारी मंत्री ने जिला चिकित्सालय में ली समीक्षा बैठक
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज/ कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार में चिकित्सक और स्टाफ नर्स एवं मेडीकल स्टाफ पूरी मेहनत और लगन से मरीजों की सेवा में जुटा हुआ है। शासन की ओर से मरीजों के लिए आवश्यक दवाओं, आॅक्सीजन की आपूर्ति एवं जांच आदि की सुविधाओं में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। संकट के समय चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान करते हुए समर्पित भावना से बेहतर उपचार कर जीवन दान देने का कार्य करें। इस आशय की बात कोविड-19 नियंत्रण के प्रभारी मंत्री रामखेलावन पटेल ने शुक्रवार को जिला चिकित्सालय में कोविड मरीजों की उपचार सेवाओं एवं उपलब्ध उपचार सुविधाओं के संबंध में समीक्षा बैठक में कही।
इस मौके पर सांसद गणेश सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक अवधिया, सिविल सर्जन डॉ रेखा त्रिपाठी, एसडीएम राजेश शाही, कोविड प्रभारी डॉ एसपी तिवारी, डॉ अमर सिंह, तहसीलदार बीके मिश्रा भी उपस्थित थे।
प्रभारी मंत्री श्री पटेल और सांसद श्री सिंह ने जिला अस्पताल के कोविड वार्ड एवं आईसीयू में भर्ती मरीजों, बेड की उपलब्धता, रेमडेसिविर एवं दवाओं तथा आॅक्सीजन की उपलब्धता एवं उपचार सेवाओं की जानकारी ली। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक अवधिया ने बताया कि जिला अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए आॅक्सीजन सपोर्ट बेड की संख्या 125 से बढ़ाकर 223 बेड कर ली गई है। ट्रामा यूनिट में 45 बेड ऊपरी मंजिल पर और 25 बेड नीचे की मंजिल पर कुल 70 बेड की उपलब्धता है। एमएस-1 वार्ड में 20 बेड की क्षमता बढ़ाकर 38 बेड और सर्जिकल वार्ड नंबर 2 में 20 बेड से बढ़ाकर 33 बेड की व्यवस्था कर ली गई है।
सभी बेड भरे हुए हैं। आईसीयू में 16 बेड थे, जिन्हें बढ़ाकर 27 बेड क्षमता कर ली गई है। जिला अस्पताल में 2 वेंटिलेटर हैं और 6 वेंटिलेटर स्थापित हो रहे हैं। जिला चिकित्सालय के लिए 25 वार्ड ब्वॉय की नियुक्ति आदेश जारी किए गए हैं। जिनमें से 25 ज्वाइन किए हैं, लेकिन ड्यूटी पर 9 ही आ रहे हैं। प्रभारी मंत्री श्री पटेल ने कहा कि नियुक्त आवेदक यदि कर्तव्य पर नहीं आ रहे हैं तो उनकी जगह वेटिंग लिस्ट से सूची उठाकर या पुर्ननियुक्ति कर वार्ड ब्वॉय की संख्या पूर्ति करायें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कुल 186 स्टाफ नर्स हैं। जिनमें 174 कार्यरत हैं, शेष क्वॉरेंटाइन है। चिकित्सकों में 15 स्पेशलिस्ट और 8 आयुष के हैं। 40 स्टाफ नर्स, 8 आयुष डॉक्टर, और 51 वार्ड ब्वॉय की नियुक्ति कर ली गई है। आॅक्सीजन की आपूर्ति में बताया गया कि कल 419 जंबो आॅक्सीजन सिलेंडर प्राप्त हुए थे। जिला अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए इतने ही सिलेंडर की रोज खपत है। मरीजों की संख्या बढ़ने पर 450 सिलेंडर प्रतिदिन की आवश्यकता हो सकती है।
सांसद गणेश सिंह ने जिले में आपूर्तिकर्ता आक्सीजन उत्पादक की कुल क्षमता की जानकारी लेते हुए कहा कि सतना जिले में विनायक और एलाइड दोनों ही प्लांटों की क्षमता 500-500 जंबो सिलेंडर आॅक्सीजन आपूर्ति की प्रतिदिन है। तो जिले के लिए 1000 सिलेंडर पर्याप्त होने चाहिए। एसडीएम राजेश शाही ने बताया कि दोनों प्रोडक्शन कंपनी को ताकीद की गई है कि जिले में आॅक्सीजन की आपूर्ति को पूरी करने के बाद ही शेष आॅक्सीजन अन्य जिलों को सप्लाई करें। उन्होंने कहा कि मेडीकल स्टाफ यदि ज्वाइन नहीं करेगा तो आउटसोर्स या पुर्ननियुक्ति से पूर्ति की जाएगी। इसी प्रकार सिक्योरिटी गार्ड भी बढ़ाए जाएंगे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन जिन मरीजों को उसकी आवश्यकता है, ऐसे ही क्रिटिकल मरीजों को दिए जा रहे हैं। प्राइवेट कोविड हॉस्पिटलों को उपकार मेडीकल से तथा शासकीय हॉस्पिटलों को जिला अस्पताल से इंजेक्शन दिए जा रहे हैं। जिस मरीज को इंजेक्शन जारी हुआ है, उसी के लिए उपयोग हो इसकी मॉनीटरिंग के लिए खाली वॉयल भी जमा किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जीएनएम धवारी में पोस्ट कोविड एवं सस्पेक्टेड कोविड मरीजों को रखने आॅक्सीजन युक्त 80 बेड तैयार कर लिए गए हैं।
प्राइवेट संस्थानों में बिड़ला में 20, सार्थक हॉस्पिटल में 20, श्रीजी में 30, पाठक में 8, आयुष्मान में 16, यश हॉस्पिटल में 14, चित्रकूट सद्गुरू में 20 बेड कोविड मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध है। आईसीयू फैसिलिटी बिरला में है। इन अस्पतालों में अमूमन प्रतिदिन 20-25 मरीजों के डिस्चार्ज होने पर नए क्रिटिकल मरीजों को बेड दिए जा रहे हैं।
प्रभारी मंत्री श्री पटेल और सांसद श्री सिंह ने चिकित्सा और नर्सिंग स्टाफ का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि लोगों की आस्था और विश्वास के अनुरूप संकट के समय चिकित्सा कर्मी मरीज को जीवन दान देने के पूरे प्रयास करें। प्रयासों में कोई कमी नहीं करते हुए मरीजों का हरसंभव बेहतर से बेहतर इलाज करने का प्रयत्न करें।