अनूपपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर तहसील जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत बैहार के खोलईया गांव में रविवार की रात एक नवजात शिशु लावारिस अवस्था में सड़क किनारे मैदान के कचरे में मिला। नवजात को जिला अस्पताल के एसएनसीयू में रखा गया है, जिसकी हालत गंभीर बनी हुई है। नवजात को जन्म देने वाली मां व स्वजनों का पता नहीं चल सका है।
कपड़े में लिपटा हुआ था
कोतवाली अनूपपुर के खोलईया गांव के राम लखन यादव के घर के सामने मैदान के कचरा में कोई अज्ञात द्वारा नवजात शिशु बालक जो कुछ समय पहले ही जन्म लिया को रात करीब 2 बजे रोने की आवाज सुनने पर नजदीक रहने वाले लोगों ने देखा। राम लखन यादव का बेटा संतोष जब बाथरूम के लिए घर से बाहर निकला था तब उसने बच्चे की आवाज सुनी थी, नवजात को संतोष की मां रामकली घर लाकर रखी फिर यह जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता शशिधर अग्रवाल और कोतवाली पुलिस को दी गई। नवजात एक कपड़े में लिपटा हुआ था। गांव की आशा कार्यकर्ता और सरपंच रात में ही उक्त जगह पहुंचे फिर नवजात को तुरंत जिला अस्पताल अनूपपुर पहुंचाया गया। बताया गया बच्चे के मुंह और गाल के बीच नुकीली चीज से काटकर पन्नी का टुकड़ा डाला गया था संभावना जताई गई कि बच्चे के रोने की आवाज को रोकने के लिए ऐसी अमानवीय हरकत की गई थी। जन्म देने वाली नवजात की मां व उसके स्वजनों का पता नहीं चल सका है। शिशु विशेषज्ञ डॉक्टर संजय सिंह ने बताया कि नवजात 7 माह का है जिसकी हालत नाजुक है। पुलिस द्वारा गांव की आशा कार्यकर्ता व आंगनवाड़ी कर्मचारियों तथा अन्य ग्रामीण जनों से पूछताछ की लेकिन ऐसी कोई प्रसवधारी महिला की जानकारी नहीं दे सका।