- सभी अधिकारी विकास योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दें – श्री कंसोटिया
- कलेक्टर क्षेत्र भ्रमण कर योजनाओं की मॉनीटरिंग करें
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ कमिश्नर कार्यालय रीवा में आयोजित बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने रीवा संभाग के विकास कार्यों की समीक्षा की। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि संभागीय समीक्षा बैठकें नियमित आयोजित की जाएंगी। इनमें दिए गए निर्देशों का अधिकारी समय सीमा में पालन सुनिश्चित करें। कमिश्नर और कलेक्टर विकास योजनाओं के क्रियान्वयन तथा जन कल्याणकारी योजनाओं की नियमित समीक्षा करें। कमिश्नर केन्द्रीय विभागों के कार्यों की भी नियमित समीक्षा करें। वर्षाकाल में वृक्षारोपण के लिए कार्ययोजना तैयार करें। कलेक्टर नियमित रूप से क्षेत्र का भ्रमण कर कल्याणकारी योजनाओं तथा विकास कार्यों की मॉनीटरिंग करें। उचित मूल्य दुकानों, स्कूल, आँगनवाड़ी केन्द्र, अस्पताल तथा अधीनस्थ कार्यालयों का नियमित निरीक्षण करें। सार्वजनिक वितरण प्रणाली से खाद्यान्न वितरण की हर सप्ताह समीक्षा कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। आगामी फसल के लिए कृषि आदान की व्यवस्था सुनिश्चित करें। खाद वितरण की कलेक्टर कड़ी निगरानी करें। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में वृक्षारोपण का अभियान चलाएं। आमजनता की भागीदारी से अधिक से अधिक पौधों के रोपण का प्रयास करें।
रोपित पौधों की देखभाल और सुरक्षा की भी उचित व्यवस्था करें। हर शहर और बड़े कस्बों में जन सहयोग से स्मृति वन का निर्माण कराएं। इसमें आमजनों द्वारा उनके पूर्वजों की स्मृति में पौधे रोपित कराएं। कोई भी व्यक्ति अपने जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों की स्मृति में इसमें वृक्षारोपण कर सकें ऐसी व्यवस्था करें। संभाग के सभी जिलों में वन राजस्व सीमा विवाद हैं। इसके निराकरण के लिए राजस्व और वन अधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित करके उन्हें प्रशिक्षण दें। दोनों विभाग मिलकर वन व्यवस्थापन की कार्यवाही करें। वन्य प्राणियों से फसल की हानि होने पर इसके राहत प्रकरण राजस्व अधिकारी तैयार कर किसान को राहत राशि प्रदान करें। वन्य प्राणियों से जन हानि के प्रकरण में राहत राशि वन विभाग से दी जाएगी।
अतिरक्त मुख्य सचिव ने कहा कि गत संभागीय बैठकों के निर्णयों पर तेजी से अमल हुआ है। शेष लंबित बिंदुओं पर सभी अधिकारी तय समय सीमा में कार्यवाही सुनिश्चित करें। कलेक्टर जमीन आवंटन तथा बड़ी परियोजनाओं से जुड़े अन्य कार्यों की व्यक्तिगत रूचि लेकर कार्यवाही सुनिश्चित करें। जल जीवन मिशन से सिंगरौली जिले में बैढ़न एक तथा बैढ़न दो समूह नल-जल योजनाओं में आवश्यक अनुमति जारी कर दी गई है। सिंगरौली में ट्राईबल के दो अधूरे निर्माण कार्यों की राशि लोक निर्माण विभाग पीआईयू को दे दी गई है। इसका निर्माण कार्य तत्काल शुरू कराएं। कलेक्टर सतना टमस परियोजना से जिन गांवों का डिनोटिफिकेशन किया गया है उनके किसानों को समय सीमा में जमीन वापसी की कार्यवाही करें। सिंगरौली की गोड़ सिंचाई परियोजना को स्वीकृति जारी कर दी गई है। सीधी से सिंगरौली फोरलेन सड़क निर्माण का कार्य वर्तमान में बंद है इसे तत्काल शुरू कराएं। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि ट्राईबल विभाग द्वारा अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में छात्रावास निर्माण के प्रस्ताव पर विश्वविद्यालय ने भूमि उपलब्ध कराने की सहमति दी है। शेष कार्यवाही विभाग सुनिश्चित करे। बैठक में रीवा संभाग के कमिश्नर गोपाल चन्द्र डाड ने कहा कि संभागीय समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों का तत्परता से पालन किया जा रहा है। बैठकों के बाद कई लंबित परियोजनाओं के कार्यों में तेजी आई है। कलेक्टर तथा अन्य अधिकारी तत्परता से बैठक के निर्देशों का पालन सुनिश्चित कर रहे हैं।
बैठक में उचित मूल्य दुकानों से खाद्यान्न वितरण, बहुती जल प्रपात को पर्यटन केन्द्र के रूप में व्यवस्थित करने, बगदरा में गौ वन्य अभ्यारण्य के निर्माण, शिक्षकों की भर्ती, समूह नलजल योजनाओं की प्रगति तथा भू अर्जन के प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा की गई। बैठक में आईजी एमएस सिकरवार, वन संरक्षक राजेश राय, कलेक्टर रीवा श्रीमती प्रतिभा पाल, कलेक्टर सतना अनुराग वर्मा, कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव, कलेक्टर मैहर रानी बाटड, डीआईजी साकेत पाण्डेय, उप संचालक संजय टाईगर रिजर्व अमित दुबे, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वन मण्डलाधिकारी तथा सभी संभागीय अधिकारी शामिल हुए।
जिले में अब तक 47.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
जिले में इस वर्ष 1 जून से 28 जून तक 47.8 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख सतना से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जिले की सतना (रघुराजनगर) तहसील में 137.3 मि.मी., सोहावल (रघुराजनगर) में 53.2 मि.मी., बरौंधा (मझगवां) में 35.5 मि.मी, बिरसिंहपुर में 31 मि.मी., रामपुर बाघेलान में 9 मि.मी., नागौद में 65.3 मि.मी., जसो (नागौद) में 14.8 मि.मी. एवं उचेहरा में 36 मि.मी. औसत वर्षा अब तक दर्ज की जा चुकी है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1039.7 मि.मी. है। विगत वर्ष इस अवधि तक जिले में औसत वर्षा 32.2 मि.मी. वर्षा दर्ज की जा चुकी थी।