औषधीय व सुगंधित पौधों की खेती के लिए कौशल-सह-तकनीकी प्रशिक्षण का आयोजन
चित्रकूट,भास्कर हिंदी न्यूज़/ आरोग्यधाम में सीएसआईआर-एरोमा मिशन परियोजना तथा सिडबी सह-परियोजना के अंतर्गत शुक्रवार को एक दिवसीय कौशल-सह-तकनीकी प्रशिक्षण आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम सीएसआईआर – केंद्रीय औषधीय एवं सुगंध पौधा संस्थान (सीमैप), लखनऊ एवं पारिस्थितिक पुनर्स्थापन केंद्र, प्रयागराज के संयोजन से सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्रीमती कृष्णा गौर, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मध्यप्रदेश शासन, विशिष्ट अतिथि श्रीमती रीति पाठक विधायक सीधी, अभय महाजन संगठन सचिव दीनदयाल शोध संस्थान, संजय सराड अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी आजीविका मिशन मध्यप्रदेश के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। मुख्य अतिथि श्रीमती कृष्णा गौर ने कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की नई तकनीकियों को अपनाने के लिए प्रेरित किया, जो उनकी कृषि उत्पादकता और आय में बढ़ोतरी का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होने इस कार्यशाला के लिए सीमैप की प्रशंसा की।
अतिथियों ने दिया उद्बोधन
इस दौरान वन अनुसंधान केंद्र, प्रयागराज से डॉ. अनीता तोमर ने स्वागत भाषण में बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती के प्रति जागरूक करना तथा कौशल विकास के माध्यम से आय में बढ़ोतरी के अवसर प्रदान करना है विशिष्ट अतिथि विधायक श्रीमती रीति पाठक ने किसानो की आय दोगुनी करने के लिए औषधीय पौधो की खेती को बेहतर विकल्प बताया।दीनदयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन ने बताया की भारतीय पारंपारिक किचन गार्डेन को सर्वोतम्म बताते हुए, श्री अन्न (मोटे अनाज) की खेती को फिर से करने पर जोर दिया, साथ ही आरोग्य धाम में औषधीय वाटिका की जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रयागराज से आए शोर्थी स्वाति प्रिया, सत्यव्रत सिंह एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।