Dasha Mata Vrat 2021:digi desk/BHN/इंदौर/ सुहागिन महिलाएं सीतला सप्तमी के तीसरे दिन मंगलवार को दशा सुधारने के लिए दशा माता का पूजन करेंगी। इस मौके पर भगवान विष्णु के स्वरूप पीपल के वृक्ष को कच्चे सूत बांधकर परिक्रमा लगाई जाएगी। साथ ही राजा नल और रानी दमयंती की कथा सुनी जाएगी।
ज्योर्तिविद् पं. ओम वशिष्ठ के अनुसार चैत्र माह की कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि 6 अप्रैल मंगलवार को तड़के 5:58 बजे शुरू होगी जो 23 घंटे 55 मिनट तक रहेगी। यानि मंगलवार को पूरे दिन दशमी तिथि रहेगी। इस दिन सौभाग्यशाली महिलाएं कच्चे सूत के 10 तार का डोरा बनाकर उसमें 10 गांठ लगाती है और पीपल के वृक्ष की परिक्रमा लगाकर पूजा करती है।
कथा सुनकर परिवार की सुख समृद्धि की कामना करते हुए डोरा गले में बांधती है। घर आकर द्वार के दोनों ओर हल्दी कुम-कुम के छापे लगाए जाते हैं। साथ ही व्रत रखकर एक समय भोजन किया जाता है। भोजन में नमक का प्रयोग नहीं किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन किसी को उधार पैसा नहीं देना चाहिए। साथ ही बाजार से वस्तु भी नहीं खरीदी जाती है।