नईदिल्ली.केंद्र सरकार ने लोगों को एक बार फिर फर्जी मोबाइल ऐप से सतर्क रहने को कहा है। सरकार ने अपने साइबर जागरूकता ट्विटर हैंडल पर एक सलाह जारी की है, जिसमें यूजर्स को अज्ञात URL से Oximeter एप्लिकेशन डाउनलोड करने से बचने को कहा गया है। इसमें कहा गया है कि ये ऐप यूजर के शरीर में ऑक्सीजन के स्तर की जांच करने का दावा करते हैं, लेकिन वास्तव में ये ऐप फेक हो सकते हैं और निजी डेटा जैसे फोटो, वीडियो, मोबाइल नम्बर्स और अन्य जानकारी चोरी कर सकते हैं। इन ऐप्स के जरिए यूजर की बायोमेट्रिक जानकारी यानी उंगलियों के निशान चोरी कर बड़ा नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
बता दें, ऑक्समीटर ऐप के जरिए रक्त में मौजूद ऑक्सीजन के स्तर की जांच की जाती है और दिल की धड़कनों पर नजर रखी जाती है। ये ऐप यूजर के बॉडी मॉस इंडेक्स पर नजर रखने में काम आते हैं। यूजर अपने फोन में डाउनलोड कर खुद इसका उपयोग कर सकते हैं। कोरोना महामारी के बाद से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर भी बहुत अहम हो गया है। डॉक्टर इस पर निगरानी रखने के लिए कह रहे हैं। यही कारण है कि Oximeter जैसे ऐप्स के डाउनलोड बढ़ गए हैं। ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर और बाजारों में ऑक्सीमीटर डिवाइस उपलब्ध हैं, फिर भी Oximeter ऐप की डाउनलोड संख्या देखते हुए यह एडवाइजरी जारी की गई है।
सरकार ने यह एडवाइजरी साइबर दोस्त ट्विटर हैंडल पर जारी की है। यह ट्विटर हैंडर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बनाया गया है। यहां समय-समय पर किसी भी संभावित साइबर खतरों पर जरूरी सलाह दी जाती है। इस महीने की शुरुआत में यहां चेतावनी दी थी कि लोग सत्यापन और प्रमाणीकरण के बाद ही अपने स्मार्टफ़ोन में ई-वॉलेट ऐप डाउनलोड करें। यानी सीधे ऐपल के ऐप स्टोर और Google Play Store से ही इन्हें इंस्टॉल करना है।