Asteroid Apophis:digi desk/BHN/ हाल के महीनों में धूमकेतु के धरती के करीब से गुजरने की कई घटनाएं हुई हैं। अच्छी बात रही कि इनसे धरती को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। नासा समेत दुनियाभर की खगोलिय संस्थाओं इन धूमकेतु या अंतरिक्ष की चट्टानों पर लगातार नजर रख रहे हैं। ताजा खबर है कि एक बार फिर एक आकाशीय पिंड धरती की तरफ से तेजी से बढ़ रहा था, जो बीती रात सुरक्षित दूरी से गुजर गया। इसका नाम था लघु ग्रह एपोफिस, जो 5 और 6 मार्च की रात को धरती के नजदीक से गुजर गया। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के मुताबिक, एपोफिस करीब 1.68 करोड़ किमी दूरी से धरती से सुरक्षित गुजरा और इसके धरती से टकराने की कोई आशंका नहीं रही। इस धूमकेतु आकार करीब 400 मीटर है।
भारत से भी रखी जा रही नजर
इस धूमकेतु पर भारत की भी नजर है। आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के खगोल विज्ञानी डॉ. शशिभूषण पांडे के अनुसार, यह आकाशीय पिंड पहले भी चर्चा में रहा है, क्योंकि इसके धरती से टकराने की आशंका जताई गई थी। 2029 में इसके धरती से टकराने की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन अब ऐसा होता नहीं दिख रहा है। अब इसके वर्ष 2064 में पृथ्वी से टकराने की आशंका जताई जा रही है। एपोफिस की खोज साल 2004 में हुई थी।
धरती के लिए लगातार खतरा बन रहे छोटे ग्रह
डॉ. शशिभूषण पांडे कहते हैं कि छोटे ग्रहों का धरती के करीब से गुजरना आम बात है, लेकिन यह उतना ही अधिक खतरनाक भी है। धरती के लिए ये बड़े खतरे माने जाते हैं। यही कारण है कि देश और दुनिया के खगोलशास्त्री इन पर पैनी नजर रखते हैं। पृथ्वी के नजदीक से गुजरने वाले आकाशीय पिंडों को नियर अर्थ आब्जेक्ट कहा जाता है। आधुनिक विज्ञान इतना उन्नात हो चुका है कि अगर कोई छोटा ग्रह धरती से टकराने वाला हो तो उससे बचने के उपाय भी वैज्ञानिकों के पास होते हैं।