वॉशिंगटन । अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की गहमागहमी के बीच व्हाइट हाउस में एक लिफाफे में जहरीला पदार्थ पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया है। मिली जानकारी के मुताबिक संघीय अधिकारियों ने व्हाइट हाउस के पते पर आए एक लिफाफे में रिसिन नामक जहर होने का पता लगाया है। शुरुआती जांच में इसकी पुष्टि हो गई है। रिसिन प्राकृतिक रूप से अरंडी के बीज में पाया जाने वाला विषैला पदार्थ है। यह लिफाफा उस ऑफिस में पकड़ा गया, जो व्हाइट हाउस और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पते पर आने वाली डाक सामग्री की बारीकी से जांच करता है। डाक सामग्री की छंटनी के बाद ही इन्हें व्हाइट हाउस भेजा जाता है। जांच के दौरान इस लिफाफे पर शक हुआ था।
कनाडा से भेजा गया था जहरीला लिफाफा
संघीय जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह लिफाफा कहां से आया और किसने भेजा। फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआइ) और यूएस सीक्रेट सर्विस के अधिकारी यह भी जानने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या अमेरिकी डाक सेवा के जरिये कुछ और लोगों को भी ऐसे लिफाफे भेजे गए हैं? एक अधिकारी के मुताबिक, जांचकर्ताओं का मानना है कि यह लिफाफा कनाडा से भेजा गया था। कनाडा पुलिस इसकी जांच में एफबीआइ की मदद कर रही है। एक अधिकारी ने कहा-हम अभी पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कह सकते। इतना जरूर है कि इससे लोगों को कोई खतरा नहीं है।
अमेरिका में पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं
अमेरिका में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। 2018 में राष्ट्रपति और कुछ शीर्ष अधिकारियों को भी ऐसे ही लिफाफे भेजे गए थे। इस मामले में नौसेना के पूर्व कर्मी विलियम सिल्डे एलीन को गिरफ्तार किया गया था। उसने जुर्म कुबूल कर लिया था। ये लिफाफे पहले ही पकड़ में आ गए थे, इसलिए इनसे किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। 2014 में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा और कुछ अधिकारियों को भी रिसिन वाले लिफाफे भेजे गए थे। इस मामले में मिसीसिपी के एक शख्स को 25 साल की सजा सुनाई गई थी।
बेहद जानलेवा जहर है रिसिन
रिसिन इतना जहरीला होता है कि मानव शरीर में पहुंच जाए तो जानलेवा हो सकता है। इससे उल्टी, अंदरुनी रक्तस्त्राव और आखिरकार प्रमुख अंग काम करना बंद कर देते हैं। इसकी कोई दवा भी नहीं है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल प्रिवेंशन के मुताबिक, इससे 36 से 72 घंटे के अंदर मौत हो सकती है। यह इस पर निर्भर करता है कि रिसिन कितनी मात्रा में इस्तेमाल की गई है।