इंदौर.सामान्य रूप से मौसम में बदलाव के साथ ही सर्दी-जुकाम का प्रकोप बढ़ने लगता है। क्लीनिकों के बाहर मरीजों की कतारें नजर आने लगती हैं, लेकिन इस बार परिस्थितियां कुछ अलग हैं। हमें सर्दी-जुकाम-फ्लू के साथ-साथ कोरोना से भी लड़ना है। परेशानी वाली बात यह भी है कि कोरोना के सामान्य लक्षणों में से सर्दी-जुकाम भी एक है। इसलिए सामान्य सर्दी-जुकाम और कोरोना में अंतर करना आसान नहीं है।एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर के श्वसन तंत्र विभाग के विभागाध्यक्ष और कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रहे एमआरटीबी अस्पताल के प्रभारी डॉ. सलिल भार्गव ने लक्षण के साथ बचाव के तरीके भी बताए।
कोरोना के लक्षण
सामान्य लक्षणों में सांस लेने में दिक्कत होना, बदन दर्द, स्वाद नहीं आना, सूंघने की क्षमता में कमी आना, पतले दस्त होना, गले में दर्द होना और गले में चुभन होना शामिल है। सर्दी-जुकाम इसका एक अतिरिक्त लक्षण है।कोरोना का मरीज सामान्य रूप से 14 से 21 दिन में पूरी तरह से ठीक हो जाता है।
ये करें
उपरोक्त लक्षणों में से एक भी नजर आए तो तुरंत फीवर क्लीनिक पर जांच कराएं। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार और विटामिन सी का नियमित सेवन करें। फीवर क्लीनिक से दिए गए दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन करें। घर पर ही रहें और खुद को अन्य लोगों से पूरी तरह से अलग कर लें। ध्यान रखें कि कोरोना छूने से ही नहीं बल्कि मरीज द्वारा स्पर्श की गई वस्तुओं को छूने से भी हो सकता है।
सामान्य सर्दी-जुकाम के लक्षण
- नाक बहना, हल्का बुखार और सिरदर्द
- सामान्य सर्दी-जुकाम में मरीज आमतौर पर चार से पांच दिन में ठीक हो जाता है।
ये करें
- लक्षण नजर आते ही तुरंत दवाई लें। फीवर क्लीनिक पर जांच कराएं क्योंकि कोरोना के लक्षणों में सर्दी-जुकाम भी शामिल है।
याद करें कि कहीं पिछले एक सप्ताह में आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आए जिसे कोरोना संक्रमण हुआ हो। ऐसा हो तो तुरंत इसकी जानकारी डॉक्टर को दें।