आपदा प्रबंधन एवं बाढ़ नियंत्रण संबंधी बैठक
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जिले में आगामी वर्षा काल में अतिवृष्टि एवं बाढ़ से उत्पन्न स्थितियों में राहत और बचाव संबंधी सभी तैयारियां मानसून के पूर्व तक सुनिश्चित कर लेने के निर्देश दिये हैं। सोमवार को आपदा प्रबंधन एवं बाढ़ राहत एवं बचाव संबंधी तैयारियों की बैठक में समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों एवं निचले स्थानों के संभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत एवं बचाव की पूरी तैयारी रखें। बैठक में सीईओ जिला पंचायत संजना जैन, अपर कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े, आयुक्त नगर निगम शेर सिंह मीना, एसडीएम आरएन खरे, जितेंद्र वर्मा, राहुल सिलाढ़िया, डिप्टी कलेक्टर गोविंद सोनी, एएसपी शिवेश प्रताप सिंह सहित विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री वर्मा ने बताया कि मौसम विभाग की फोरकास्ट के अनुसार इस वर्षाकाल में अच्छी वर्षा की संभावना व्यक्त की जा रही है। जिले में बाढ़ से प्रभावित होने वाला कोई विशेष क्षेत्र चिन्हित नहीं है। फिर भी नदी-नालों के किनारे बसी आबादी, शहर के निचले इलाके एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जल-जमाव से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों की पहचान कर राहत एवं बचाव के पुख्ता प्रबंध रखें। उन्होंने कहा कि सभी जनपद पंचायत के सीईओ और नगरीय निकाय के सीएमओ से जल-जमाव से प्रभावित होने वाले इलाकों की सूची मंगाए और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें कहा शिफ्ट किया जाएगा, उन स्कूल, पंचायत अन्य भवनों की सूची भी मंगाए। लोक निर्माण और पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को पुल-पुलिया पर पानी की स्थिति में बैरियर एवं सूचना पटल लगाने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में नगरीय निकाय अगले 8 दिनों में नाले और नालियों की सफाई का कार्य पूर्ण कर लें, ताकि जल-जमाव नहीं हो। कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग को बड़े बांधों के जल स्तर पर निगाह रखने और बरसात में क्षतिग्रस्त हो सकने वाले बांधों की मरम्मत सुधार के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि ग्रामीण बस्तियों में आबादी के नजदीक के तालाबों को भी सूचीबद्ध करके रखें। जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष भी अभी से 24 घंटे कार्यरत रखने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिये हैं। कलेक्टर ने जिला होमगार्ड और तहसील स्तर पर उपलब्ध उपकरण एवं संसाधनों की जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि सभी बचाव उपकरण को चालू हालत में रखें और स्थानीय गोताखोर या तैराकों की लिस्ट भी बनाए।
जिला कमान्डेन्ट होमगार्ड सुमित मिश्र ने बताया कि जिले में बाढ़ से बचाव के पर्याप्त संसाधन मौजूद है। उन्होंने बताया कि वर्षा काल में होमगार्ड की बचाव टीम मुख्यालय में तैनात रहेगी और 8 डीआरसी टीम (चार सदस्यीय) जिले के विभिन्न थानों में आठ स्थानों पर तैनात की जायेगी। डिप्टी कलेक्टर श्री सोनी ने बताया कि जिले में वर्ष 2016 में बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई थी। वर्ष 2019-20 में 1085 मिलीमीटर, वर्ष 2020-21 में 902 मिलीमीटर, वर्ष 2021-22 में 886 मिलीमीटर वर्षा तथा वर्ष 2022-23 में 590.5 मिमी दर्ज हुई है।
कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ नियंत्रण एवं बचाव के लिए सूचनाओं का समय पर आदान-प्रदान आवश्यक है। इसके लिए व्हाट्सएप् ग्रुप बनाये। वर्षा मापी यंत्रों का परीक्षण कर ले और एसडीएम जनपद स्तर पर नगरीय निकाय स्तर पर बैठक कर ले। बाढ़ की स्थिति होने पर राहत शिविर लगाने के स्थान का चयन से लेकर बचाव दल, राहत उपकरण, दवाओं, खाद्य सामग्री की आपूर्ति तथा बिजली, पानी की व्यवस्था से जुड़ी सभी तैयारियां पूर्ण करें। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग पेयजल के उपयोग वाले कुओं का जल शुद्धिकरण कराये। नगरीय निकाय जीर्ण-शीर्ण भवनों को चिन्हांकित कर डिसमेंटल की कार्यवाही करे, ताकि वर्षाकाल में किसी जनहानि की संभावना शेष नहीं रहे।
सीएम हेल्पलाइन के निराकरण पर फोकस करे अधिकारी- कलेक्टर
समय-सीमा प्रकरणों की बैठक संपन्न
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि सतना जिले में सीएम हेल्पलाइन में 16 हजार से अधिक शिकायतों का निराकरण के लिए लंबित रहना अत्यंत चिंताजनक है। अगले 10 दिनों में सभी विभागीय अधिकारी एक्टिव मोड में सीएम हेल्पलाइन पर फोकस रहे और शिकायतों का निराकरण करायें। सोमवार को समय-सीमा प्रकरणों की बैठक में कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत सुश्री संजना जैन, अपर कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े, आयुक्त नगर निगम शेर सिंह मीना, एसडीएम राहुल सिलाढ़िया, जितेंद्र वर्मा, आरएन खरे, डिप्टी कलेक्टर गोविंद सोनी, सभी जनपद के सीईओ, नगरीय निकायों के सीएमओ तथा विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा में कलेक्टर ने कहा कि मैहर जिला की शिकायतें अलग होने के बाद भी सतना जिले में 16 हजार से अधिक शिकायतों का लंबित रहना चिंताजनक है। सभी विभाग के अधिकारी अगले एक सप्ताह अधिकतम शिकायतों का निराकरण करें। उन्होंने कहा कि सभी विभाग दैनिक रूप से की गई निराकरण की स्थिति की जानकारी प्रतिदिन व्हाट्सएप ग्रुप में डालेंगे, इनमें संतुष्टिपूर्ण निराकृत की संख्या भी शामिल करें। कलेक्टर ने कहा कि 16 हजार शिकायतो में पिछले माह मई की 3985 शिकायते लंबित हैं। इसी प्रकार 300 दिवस से अधिक की पिछले माह 634 शिकायते जुड़कर 3400 के करीब पहुंच गई हैं। इन्हें प्राथमिकता से निराकृत करायें। कलेक्टर ने लोक सेवा गारंटी के तहत समय बाह्य प्रकरणों की जानकारी लेकर विहित अधिकारियों को समय-सीमा में निराकृत करने के निर्देश दिए।
जल जीवन मिशन की सतना-बाणसागर सामूहिक नल जल योजना की प्रगति की समीक्षा में बताया गया कि सतना जिले के रामपुर बघेलान जनपद में 33940 हाउसहोल्ड नल कनेक्शन किये जा चुके हैं। जनपद पंचायत उचेहरा में 17142 हाउसहोल्ड कनेक्शन दिए जा चुके हैं। कलेक्टर ने संबंधित जनपद के सीईओ से कहा कि इन कनेक्शनों का भौतिक सत्यापन ग्राम पंचायत के माध्यम से कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा में बताया गया कि जिले में 1253 हैंडपंप बंद है। सभी उपखंड कार्यालय स्तर पर सिंगल फेज मोटर की पर्याप्त उपलब्धता है। इस वर्ष 450 मोटर दी गई हैं। नवीन और रेट्रोफिटिंग की 117 नल जल योजना में जनपद पंचायत मझगवां, सोहावल और रामपुर बघेलान की पूर्ण कर हैंडओवर की जा रही है। कलेक्टर ने जनपद पंचायत के सीईओ को कहा है कि प्रत्येक नल जल योजना को पंचायत को हैंडओवर करने से पहले इंजीनियर्स और ग्राम पंचायत से सत्यापन करा लें कि नल जल योजना के सभी घटक और अवयवों का काम पूरा हो चुका है। यदि कोई काम शेष है तो उसे संबंधित संविदाकार से पूर्ण कराकर ही ग्राम पंचायतों को हैंडओवर करायें। समय-सीमा पत्रको की समीक्षा में 76 पत्रक विभागों द्वारा नॉट रेस्पॉन्ड पाये गये।
कलेक्टर ने खाद्यान्न वितरण प्रणाली, ई-केवाईसी, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी की निकायवार समीक्षा की। न्यायालयों में लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्धारित समय अवधि में जवाब-दावा प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।