पटना.
बिहार में महागठबंधन गठबंधन के बीच सीट बंटवारे को लेकरअब तक बात फाइनल नहीं हुई है। राजद के सिंबल बांटने पर कांग्रेस खेमे में नाराजगी है। औरंगाबाद और पूर्णिया सीट पर कांग्रेस प्रत्याशियों ने जिस तरह से अपनी दावेदारी ठोकी, उससे यह साफ हो गया कि अगर सीट बंटवारे केा लेकर महागठबंधन में टकराव हो सकता है।
एनडीए के कई नेता पहले से महागठबंधन में टूट का दावा कर रहे हैं। इसी बीच बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह का बयान काफी चर्चा में है। राजद के सिंबल बांटने के सवाल पर अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि मुझे नहीं पता है कि पार्टी ने सिंबल दिया या नहीं। लेकिन, अब आधिकारिक घोषणा होगी तो सिंबल वापस नहीं हो सकता है क्या? पार्टी सिंबल वापस भी होता है। अभी सीट बंटवारे की अधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं हुई है। शीर्ष नेतृत्व के बीच बातचीत चल रही है। यह अंतिम स्टेज में है। आने वाले एक-दो दिनों में आधिकारिक एलान हो जाएगा। अखिलेश सिंह ने कहा कि राजद बिहार की बड़ी पार्टी है। विधानसभा में हमारी पार्टी से राजद का संख्या बल भी ज्यादा है। इस बात को मनाने से कौन इनकार कर रहा है? लेकिन, कांग्रेस पार्टी का अपना महत्व है।
लोकसभा चुनाव में अगुवाई कांग्रेस की ही होगी
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी का राष्ट्रीय महत्व है। हम लोग पूरे देश में चुनाव लड़ते हैं। लोकसभा चुनाव में अगुवाई कांग्रेस की ही होगी। उन्होंने कहा कि महागठबंधन कभी नहीं बिखरेगा और मजबूती से हम लोग आगे बढ़ेंगे। बता दें कि राजद ने अब तक गया, औरंगाबाद, नवादा, जमुई, बांका, मुंगेर, जहानाबाद, पाटलिपुत्र, बक्सर, मधुबनी सीट पर सिंबल बांट दिया है। जदयू छोड़कर राजद में शामिल हुईं विधायक बीमा भारती के बारे में पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है। यहां से कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है। ऐसे में सियासी गलियारे में सबसे अधिक चर्चा महागठबंधन के सीट शेयरिंग पर ही है।