Bird Flu in satna:भास्कर हिंदी न्यूज़/ सतना के रामनगर में मृत पक्षी में बर्डफ्लू की पुष्टि के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया है। बर्ड फ्लू फैलने के बाद प्रदेश में प्रशासन हर तरह से इसे रोकने के इंतजाम कर रहा है लेकिन यह फ्लू तेजी से फैलता दिख रहा है। प्रदेश में रतलाम व मुरैना के क्षेत्र में बर्ड फ्लू के बाद अब यह विंध्य में भी दस्तक दे चुका है। राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान (भारतीय कृषि अनुसंधन परिषद) भोपाल की एवियन इंफ्लूएंजा प्रयोगशाला में बीते दिनों भजे गए रामनगर ब्लॉक से मृत मिले कौवों के सेम्पल में बर्डफ्लू की पुष्टि हो गई है। यह जांच रिपोर्ट शुक्रवार को दोपहर सतना में पशु चिकित्सा विभाग को मिली है जिसके बाद से ही प्रशासन में हड़कम मच गया है। आनन फानन में कलेक्टर ने भी पशु विभाग सहित अन्य विभाग और संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाई और दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
जिले में बर्ड फ्लू की दहशत
जिले में बर्ड फ्लू की दहशत सभी ओर फैल चुकी है। इसके पीछे कारण यह है कि रोजाना कहीं ना कहीं मृत कौवा और कबूतर मिल रहे हैं। इन्हीं मरे हुए कौवे के सैंपल पशु चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग द्वारा भोपाल लैब जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें आज बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। जिन मृत कौवे में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है वह रामनगर ब्लॉक से बीते सप्ताह मृत पाए गए थे। जहां से पशु चिकित्सकों ने सेम्पल इकट्ठा किए थे। इसके साथ ही नदी नालों के किनारे से भी पक्षियों के मल इकट्ठा किए गए थे जिन्हें जांच के लिए भोपाल भेजा गया था।
बर्डफ्लू से निपटने टोल फ्री नंबर जारी
एक्शन प्लान ऑफ एवियन इन्फ्लूऐंजा द्वारा 2015 के अनुरूप वर्डफ्लू के परिप्रेक्ष्य में प्रावधानित कार्यवाही सुनिश्चत करने के लिए जिला स्तरीय कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है। उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें द्वारा जारी आदेशानुसार वरिष्ठ पशु चिकित्सक शल्यज्ञ डॉ एपी सिंह मो.नं. 9425020038, सहायक संचालक डॉ जेके गुप्ता 9340308371, डॉ एमके वर्मा 9826465970, प्रयोगशाला तकनीशियन राजेश शर्मा 9575887364 एवं भृत्य राजू बढ़ौलिया 9009219076 को कंट्रोल रूम में नियुक्त किया गया है। नियुक्त अधिकारी, कर्मचारी भारत सरकार द्वारा जारी एवियन इन्फ्लूऐंजा 2015 के निर्देशानुसार रोग नियंत्रण के लिए जारी कार्य योजना अनुसार कार्य संपादित करेंगे। प्रशासन ने कहा है कि जिस किसी भी व्यक्ति को कहीं भी मृत पक्षी बड़ी संख्या में मिले तुरंत इन नंबरों पर सूचना दें ताकि चिकित्सक वहां जाकर कार्यवाही कर सकें।