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सतना जिले में फिर मिले सात मृत कौए, कुत्तों पर भी खतरा, कई कुत्तों की मौत से दहशत

bird flu:सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ प्रदेश के कई जिलों में पक्षियों में बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि हो चुकी है लेकिन अब यह खतरा श्वानों पर भी हो सकता है। इस प्रकार की पुष्टि अभी तो कहीं भी नहीं हुई है लेकिन आशंका जरूर बनी हुई है। दरअसल सतना जिले के मैहर में सिंधी कॉलोनी में शुक्रवार को तीन कौए मरे हुए पाए गए थे लेकिन विडंबना यह थी कि इन कौओं को गली में घूमने वाले कुत्ते अपना निवाला बना रहे थे। इस मामले में स्थानीय पशुपालन विभाग के अधिकारी भी जांच के लिए पहुंचे और कौओं को कब्जे में लेकर सैंपल के लिए भोपाल लैब भेजा गया है। वहीं लोगों में बर्ड फ्लू की दहशत तब और बढ़ गई जब श्वानों को कौए खाते देखा गया। बताया जा रहा है कि अगर बर्ड फ्लू इन कौओं में पाया गया तो श्वानों के लिए भी खतरा बढ़ गया है। पिछले 24 घंटे में जिले में सात कौए मृत मिले हैं।

बर्ड फ्लू की संभावना कम 

इस मामले में उप संचालक पशु चिकित्सा का कहना है कि फिलहाल जिले में बर्ड फ्लू की संभावना कम है क्योंकि अब तक यहां पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं मृत कौओं को श्वानों के खाने के बाद उनमें संक्रमित की संभावना तब हो सकती है, जब कौओं में फ्लू रहा हो। इससे श्वानों में भी इनफ्लुएंजा नामक बीमारी हो सकती है।

शनिवार को भी मिले मृत कौए 

शहर के भरहुत नगर में स्थित डॉ. सतेंद्र सिंह के घर के पास कौए मृत मिले जिससे कालोनीवासियों में भी बर्ड फ्लू की दहशत बढ़ गई है। वहीं जिले के मझगवां में पवरिया बाबा आश्रम के पास भी दो कौए मृत अवस्था में मिले हैं। जिले में मृत मिल रहे कौवों के सैंपल विभाग इकट्ठा कर रहा है। साथ ही लोगों को भी पशु चिकित्सा विभाग ने अलर्ट किया है और निर्देश दिए गए हैं कि कहीं भी अगर कौए व अन्य पक्षियों की अधिक संख्या में मौत होती है तो इसकी जानकारी तुरंत शासन को भेजें। वहीं इस संदर्भ में सभी विभागों को भी निर्देश दिए गए हैं।

इनका कहना है

अगर मृत कौए को कुत्तों ने खाया है और कौए में बर्ड फ्लू की पुष्टि होती है तो संभवतः कुत्ते भी संक्रमित हो सकते हैं। हालांकि इसकी पुष्टि अब तक नहीं हुई है लेकिन इससे इन्कार नहीं किया जा सकता है। जिले में शासन से मिल रहे निर्देशों का पालन किया जा रहा है और मृत पक्षियों के सैंपल जांच के लिए भोपाल लैब लगातार भेजे जा रहे हैं।

-डॉ. राजेश कुमार मिश्रा, उप संचालक, पशु चिकित्सा

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