Brain disease do not ignore these 5 symptoms of the body there may be a major brain disease: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ बढ़ती उम्र में दिमाग की कोशिकाएं भी कमजोर होने लगती है। आमतौर पर 50 साल की उम्र के बाद लोगों की सोचने समझने की शक्ति प्रभावित होने लगती है। कई बार यह समस्या खानपान में लापरवाही और अनियमित जीवनशैली के कारण होती है। ऐसे में यदि कोई भी दिमागी बीमारी होती है तो शरीर इससे पहले ही कुछ महत्वपूर्ण संकेत देना शुरू कर देता है, जिन्हें पहचानकर आप अलर्ट हो सकते हैं। डिमेंशिया, अल्जाइमर समेत दिमाग से जुड़ी कई ऐसी बीमारियां जिनके लक्षण शुरुआत से ही दिखने लगते हैं। यहां जानें दिमागी बीमारियों के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं –
बार-बार गुस्सा आना या मूड खराब होना
दिमागी परेशानी होने पर व्यक्ति का मूड बार-बार स्विंग होता है या चिड़चिड़ापन होने लगता है। पलभर में व्यक्ति का मूड खराब हो जाता है तो कुछ ही पल में वह आनंदित दिखने लगता है। ऐसे लक्षण दिखने पर इनको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
व्यवहार में अचानक बदलाव
यदि किसी व्यक्ति के व्यवहार में अचानक बदलाव आने लगता है तो यह भी दिमारी रूप से किसी बीमारी के संकेत हो सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति के व्यवहार में पहले से उलट बदलाव हो रहे हैं तो इसे दिमाग से जुड़ी समस्या का संकेत माना जाता है।
पैसे गिनने में हो रही परेशानी
दिमाग सही से काम करने पर आमतौर पर लोग पैसे गिनने में सावधानी बरते हैं, लेकिन यदि किसी को लगातार पैसे गिनने में या किसी चीज का हिसाब-किताब करने में दिक्कत हो रही है तो समझ जाना चाहिए कि दिमाग से संबंधित कोई समस्या है। इस स्थिति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तत्काल एक्सपर्ट से मिलना चाहिए। इसके अलावा बढ़ती उम्र में चीजों को याद रखने में मुश्किल हो रही है तो भी दिमागी रूप से कोई समस्या हो सकती है। यह किसी दिमागी बीमारी के संकेत हो सकते हैं।
किसी से बात करते समय परेशानी
डिमेंशिया या किसी अन्य दिमागी बीमारी में व्यक्ति लंबे समय तक किसी से अच्छे से बात नहीं कर पाता है। ऐसे लोगों को बातचीत करने में परेशानी होती है। सही शब्दों का चुनाव करने में परेशानी होती है।