Thursday , August 21 2025
Breaking News

पति की प्रेमिका से सवा करोड़ की संपत्ति लेकर पत्नी ने साथ रहने की दे दी परमीशन

compromise for money:digi disk/BHN/ जिस तरह जुदाई फिल्म में पति को उसकी पत्नी ने एक करोड़ रुपये में उसकी प्रेमिका को दे दिया। यहां तक कि उसकी शादी भी करा दी। कुछ इसी तरह का मामला राजधानी में कुटुंब न्यायालय की काउंसलर के पास आया है। इसमें मामले में भी एक महिला ने करीब सवा करोड़ की संपत्ति लेकर अपने पति को उसकी प्रेमिका के साथ रहने की इजाजत दे दी। प्रेमिका ने 60 लाख रुपये कीमत का डुपलेक्स, 27 लाख रुपये नकद और एक प्लॉट प्रेमी की पत्नी के नाम कर दी।

दरअसल, दंपती की बेटी काउंसलर सरिता राजानी के पास अपने माता-पिता के बीच सुलह कराने के लिए गुहार लगाई थी। मामले में 54 वर्ष की एक महिला का उसके ही ऑफिस के एक 42 वर्ष के पुरुष से 8 साल से अफेयर चल रहा था, जहां महिला के पति की मौत हो चुकी थी और वहीं पुरुष भी विवाहित है और उसकी 16 और 12 साल की दो बेटियां हैं। महिला ने जब प्रेमी से उसके घर में साथ रहने की जिद की तो दंपती के बीच बवाल मच गया। काउंसलर ने दंपती और प्रेमिका की कई चरणों में काउंसिलिंग की। इसके बाद प्रेमिका अपने प्रेमी की पत्नी को अपनी जीवन भर की पूंजी देने के लिए तैयार हो गई।

पत्नी को दूसरी महिला को रखना पसंद नहीं था

काउंसिलिंग में पति ने कहा कि वह दोनों को एक साथ रखना चाहता है, लेकिन पत्नी को यह मंजूर नहीं है। उसने कहा कि वह बेटियों के कारण पत्नी को नहीं छोड़ सकता है। वह दूसरी महिला से भी अलग नहीं रह सकता है। उसने कहा कि उसे अपनी महिला मित्र के साथ अच्छा लगता है।

पत्नी की शर्त मान ली

प्रेमिका ने कहा कि वह अपने प्रेमी की पत्नी के भरण-पोषण और बेटियों के भविष्य की चिंता करते हुए वह अपनी जीवन भर की कमाई देने के लिए तैयार है। उसने प्रेमी की पत्नी के सामने शर्त रख दी, जिसे उसने स्वीकार कर लिया। महिला ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये की संपत्ति अपने प्रेमी की पत्नी के नाम कर दी।

पत्नी ने महिला मित्र की मान ली शर्त

काउंसलर ने बताया कि पत्नी का कहना था कि 18 साल का रिश्ता टूट गया। जब पति साथ रहने के लिए किसी भी तरह से सहमत नहीं हुआ तो पत्नी को लगा कि ऐसे पति को जाने दो और बेटियों के भविष्य के लिए पैसा जरूरी है, इसलिए उसने पति के महिला मित्र की शर्त को स्वीकार कर लिया।

About rishi pandit

Check Also

MP: विधायक-सांसदों पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की नजर, संगठन चुनाव में समर्थक या रिश्तेदारों की नहीं कर पाएंगे नियुक्ति

भाजपा संगठन चुनाव पर केंद्रीय नेतृत्व की विशेष नजरMP-MLA को नियुक्ति में हस्तक्षेप नहीं करने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *