farmer lone: digi desk/BHN/ देश में सहकारी संघ की स्थापना ग्रामीणों और किसानों को अधिकतम लाभ पहुंचाने की मंशा के साथ किया गया था, लेकिन देखने में यह आ रहा है कि सहकारी संघों में काम करने वाले लोग सिर्फ किसानों का शोषण कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला उमरिया जिले के ग्राम ददरौडी में भी सामने आया है। यहां रहने वाले एक किसान ने एक बार कर्ज लिया था लेकिन उससे उसी रकम की दो बार वसूली हो चुकी है। पहले हुई वसूली की रसीद किसान के पास है और वह उस रसीद को दिखाता रहा लेकिन सहकारी संघ के लोगों ने उसकी बात नहीं सुनी और दोबारा से उससे वसूली कर ली।
यह है मामला
ग्राम ददरौडी निवासी भोला प्रसाद यादव ने कलेक्टर से की गई शिकायत में आरोप लगाया है कि उसने कुछ समय पहले सहकारी समिति ददरौडी से 14000 रुपए की रकम कर्ज कर ली थी। यह कर्जा उसने बीज आदि के लिए लिया था, जिसे वह चुका भी चुका है। इसके बावजूद उसे दोबारा वसूली की गई है।
काट ली राशि
हाल ही में भोला प्रसाद यादव अपनी धान की फसल बेचने के लिए सहकारी समिति ददरोड़ी गया था, जहां उससे इस रकम की वसूली की गई है। धान खरीदी के बाद सहकारी समिति के लोगों ने उसे बताया कि उसके ऊपर 14000 रुपए का कर्ज बकाया है। भोला प्रसाद ने सहकारी समिति के प्रबंधक से कहा कि वह इस रकम को पहले ही चुका चुका है, लेकिन प्रबंधक ने उसकी बात नहीं मानी और बेचे गए धान के कुल भुगतान में से वह रकम दोबारा वसूली गई, जो उस पर कर्ज बताई जा रही थी। इस घटना से किसान भोला प्रसाद यादव काफी निराश हुआ और उसने मामले की शिकायत कलेक्टर से कर दी। कलेक्टर ने भी सिर्फ आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जाएगी। लेकिन जांच कब होगी और इसके परिणाम क्या आएंगे अभी इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।