- 20 लीटर से अधिक मदिरा का हुआ उपयोग। 10 हजार रुपये से अधिक खर्च हुए पूजा में
- सुबह आठ बजे शुरू हुआ पूजा का सिलसिला, शाम सात बजे हांडीफोड़ भैरव मंदिर हुआ समाप्त
- सोमवार को विजय पर्व दशहरा मनाया जाएगा। शाम चार बजे निकलेगी महाकाल की सवारी
Madhya pradesh ujjain nagar puja in ujjain on maha ashtami of navratri liquor offered to mother goddess: digi desk/BHN/उज्जैन/ शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी पर रविवार को उज्जैन नगर की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली के लिए परंपरागत पूजा-अर्चना की गई। सुबह आठ बजे कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने चौबीस खंभा स्थित माता महामाया व महालया को मदिरा का भोग लगाकर नगर पूजा की शुरुआत की। इसके बाद शासकीय अधिकारी एवं कोटवारों का दल ढोल-बाजों के साथ शहर के 40 से अधिक देवी व भैरव मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए रवाना हुआ।
करीब 27 किलोमीटर लंबे नगर पूजा मार्ग पर 20 लीटर से अधिक मदिरा की धार लगाई गई। सुबह आठ बजे से शुरू हुआ पूजन का सिलसिला शाम करीब सात बजे गढ़कालिका क्षेत्र स्थित हांडीफोड़ भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ संपन्न हुआ।
हरसिद्धि में दोपहर 12 बजे पूजा
शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर में सात्विक पूजा होती है। इसलिए नगर पूजा के लिए कलेक्टर माता की पूजा के लिए हरसिद्धि मंदिर आते हैं। रविवार को भी दोपहर 12 बजे कलेक्टर द्वारा शक्तिपीठ में पूजा-अर्चना की गई।
सोमवार को शमी वृक्ष का पूजन करने दशहरा मैदान आएंगे महाकाल
पंचांगीय मतांतर से ज्योतिर्लिंग महाकाल में सोमवार को विजय पर्व दशहरा मनाया जा रहा है। परंपरा अनुसार, शाम चार बजे भगवान महाकाल की सवारी निकलेगी। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में सवार होकर शमी वृक्ष का पूजन करने दशहरा मैदान जाएंगे। परंपरागत मार्गों से होते हुए शाम छह बजे राजा की सवारी दशहरा मैदान पहुंचेगी। यहां कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम शमी वृक्ष तथा भगवान महाकाल की पूजा-अर्चना करेंगे। पूजन पश्चात सवारी निर्धारित मार्गों से होते हुए शाम 7.30 बजे पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी। बता दें भगवान महाकाल साल में केवल एक बार विजय दशमी के दिन नए शहर फ्रीगंज का भ्रमण करते हैं।