- उज्जैन दुष्कर्म मामले में बड़ी अपडेट
- पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश में एक आरोपित घायल
- पकड़ने की कोशिश में दो पुलिसकर्मी भी गिरकर घायल
उज्जैन में मासूम बिटिया के साथ जघन्य अपराध हुआ- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
सतना/उज्जैन/ भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन दुष्कर्म मामले में कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मीडिया से कहा कि मासूम बिटिया के साथ घिनौनी हरकत करने वाला अपराधी पकड़ा गया है। अब इस दरिंदे को कठोरतम दंड दिलाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उज्जैन में मासूम बिटिया के साथ जघन्य अपराध हुआ है। मासूम बिटिया के साथ घिनौनी हरकत करने वाला अपराधी पकड़ा गया है। उसका नाम भरत है। पुलिस ने जब उसको पकड़ा, तो उसने भागने की कोशिश भी की। वह भागने की कोशिश में घायल भी हुआ। अब इस दरिंदे को कठोरतम दंड दिलाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इस तरह के अपराधी समाज में रहने के लायक नहीं हैं। उसने मध्यप्रदेश की आत्मा को घायल किया है। बेटी हम हर तरह से चिंता करेंगे। वह मध्यप्रदेश की बेटी है। वह मेरी बेटी है।
हजार सीसीटीवी फुटेज किए चेक
एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि एसआईटी के सदस्यों ने मामले के बाद से ही अलग-अलग टीमें बनाई। उन्होंने पहली बार बालिका को जहाँ देखा था, उसके आस-पास जानकारी एकत्रित की। शहर के 1 हजार से भी अधिक सीसीटीवी फुटेज चेक किए। बाइपास पर स्थित कॉलोनियों के रहवासियों से जानकारी एकत्रित की। उसके बाद तकनीकी साक्ष्य एकत्रित किया गया। टीमों ने सौ से भी अधिक निगरानी बदमाशों से पूछताछ की। कई विशा चालकों, ई-रिक्शा चालकों, बस ऑपरेटर्स, रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड पर तमाम लोगों से पूछताछ की। पीड़िता की पहचान के लिये आसपास के जिलों और राज्यों से भी संपर्क किया। पहले इसी तरह के अपराध करने वाले अपराधियों से भी पूछताछ की।
आरोपी भरत ने कबूल किया जुर्म
एसपी सचिन शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि बालिका को अपने साथ ले जाने वाले ऑटो चालक भरत को 28 सितंबर को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्त में लिया। एसआईटी सदस्यों ने भरत से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसे गिरफ्तार कर घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान आरोपी भरत ने पुलिस जवानों को धक्का दिया। वह मौके से भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने पकड़ने का प्रयास किया तो आरोपी ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव से पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को चोटें आई हैं। आरोपी भागने के दौरान गड्डे में गिर गया, जिससे उसे भी चोट आई है। उसका मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है।
बच्ची को गोद लेंगे टीआई
एसपी सचिन शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि महाकाल थाने के टीआई अजय वर्मा ने स्वागत योग्य कदम उठाया है। उन्होंने यह फैसला किया है कि वे बच्ची को गोद लेंगे। वह बच्ची की लिखाई-पढ़ाई का जितना भी खर्चा होगा उठाएंगे।
झुग्गी बस्ती में रहता आरोपी
आरोपी को पुलिस ने आज सुबह ही गिरफ्तार किया था। आरोपी का नाम भरत सोनी है। जो उज्जैन की ही झुग्गी बस्ती का रहने वाला है और ऑटो चलाने का काम करता है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने बच्ची के साथ जीवनखेड़ी में दुष्कर्म किया।
सतना की रहने वाली है पीड़िता
जानकारी के अनुसार बच्ची सतना जिले की रहने वाली है। जैतवारा थाने में 25 सितंबर को उसकी गुमशुदगी दर्ज की गई है। 12 वर्षीय मासूम के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में कुल पांच आटो चालकों को हिरासत में लेकर पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। बच्ची इन पांचों आटो चालकों के संपर्क में आई थी। सीसीटीवी फुटेज से इसकी पुष्टि हुई।
लड़कियों के साथ एनएमएमएस की परीक्षा देने गई थी मझगवां, उज्जैन कैसे पहुंचे जांच में जुटी जैतवारा पुलिस
जैतवारा थाना क्षेत्र के एक गांव की 12 वर्षीय किशोरी से उज्जैन में हुए दुष्कर्म के बाद पूरे जिले में आक्रोश देखने को मिल रहा है। घटना में सतना पुलिस पर बड़ी चूक करने के आरोप लग रहे हैं। चूंकि नाबालिग के गुमने की सूचना उसी रात में पुलिस के पास पहुंची थी, लेकिन कोई गंभीरता नहीं बरती गई। लड़की उज्जैन कैसे पहुंची? इस बात का पता लगाने में अब जैतवारा थाना पुलिस जुटी हुई है। बताया गया है कि लापता होने से पहले नाबालिग लड़की अपने गांव की कुछ लड़कियों के साथ ही नेशनल मीन्य कम मेरिट स्कॉलरशिप (एनएमएमएस) की परीक्षा देने के लिए मझगवां गई थी। हालांकि उनका रोल नंबर नहीं होने के कारण उसे परीक्षा में शामिल नहीं किया गया। इसके बाद से वह अपने घर नहीं लौटी और 25 सितम्बर को उज्जैन स्टेशन में सुबह तीन बजे टहलने का वीडियो सामने आया।
दूसरे दिन दर्ज हुआ केस
जैतवारा थाना पुलिस ने नाबालिग लड़की के गुम होने के मामले को गंभीरता से नहीं लिया। दूसरे दिन परिजनों के पहुंचने के बाद नाबालिग के अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया। प्रकरण कायम होने के बाद भी पीडि़ता का पता लगाने के लिए कोई खास पहल नहीं की गई। आरोप तो यह भी लगाए जा रहे हैं कि पुलिस तब तक हाथ पर हाथ रखे बैठी रही जब तक उज्जैन पुलिस ने इस मामले में संपर्क नहीं किया।
जैतवारा पुलिस पर हो कार्रवाई: डोली शर्मा
इस मामले को लेकर जैतवारा थाना प्रभारी की कार्यशैली को आड़े हाथ लेते हुए बसपा नेता सुभाष शर्मा डोली ने कहा कि पुलिस का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी प्रकरण दूसरे दिन कायम किया गया। यही नहीं प्रकरण को लेकर कोई पहल पुलिस ने अपने स्तर पर नहीं की। जिससे नाबालिग उज्जैन पहुंच गई जहां दरिंदगी का शिकार हो गई। डोली शर्मा ने कहा कि हम जिला प्रशासन से मांग की है कि इस प्रकरण में जैतवारा पुलिस पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। यदि कोई एक्शन नहीं लिया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
क्या अपराध में लोकल का भी आरोपी शामिल
इस मामले में लड़की के साथ पांच लोगों ने दरिंदगी कर उसे लहूलुहान कर दिया। अब सवाल उठता है कि क्या इस मामले में कोई लोकल व्यक्ति भी अपराध में शामिल है? क्या लड़की को उज्जैन तक पहुंचाने में किसी तस्कर का हाथ है? इस सवाल के संबंध में जैतवारा प्रभारी ने कहा कि अभी इस प्रकार का कोई इनपुट मिला नहीं है। लड़की के बारे में उज्जैन पुलिस ने बताया कि घटना उज्जैन पहुंचने के बाद हुई है।
इनका कहना है
परिजनों ने पहले दिन सूचना दी थी उसके बाद वे आए नहीं। दूसरे दिन पहुंचने पर एफआईआर कायम की गई। लड़की उज्जैन कैसे पहुंची इस सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
श्वेता मौर्य, थाना प्रभारी जैतवारा