शहडोल, भास्कर हिंदी न्यूज़/ शासकीय स्कूलों की अव्यवस्था की तस्वीरें तो आए दिन आती रहती हैं। जिसे लेकर कई बार बवाल भी होते हैं। कुछ ऐसी ही तस्वीर शहडोल जिले से आई है। जिसमें आदिवासी छात्राओं से स्कूल का शौचालय साफ कराए जाने का वीडियो प्रसारित हुआ है। जिसका विरोध शुरू हो गया है।
प्राचार्य के कहने पर शौचालय सफाई
शहडोल जिले के बुढार विकास खंड अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बलबहरा की एक तस्वीर सामने जो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रही है। यहां अध्ययनरत छात्राओं से प्रचार्य द्वारा पढ़ाई के बीच वहां स्थित गंदगी से पटे शौचालय की साफ-सफाई करवाई जा रही है। प्रचार्य के कहने के बाद छात्राएं अपने सर पर बड़े-बड़े बर्तनों में पानी भरकर शौचालय की सफाई कर रही, जिसका वीडियो वीडियों वायरल होने के बाद लोग निंदा कर रहे हैं।
आए दिन आ रहे ऐसे मामले
जिले के शासकीय विद्यालयों में अव्यवस्थाओं के मामले आए दिन सामने आते रहते है। जिसमें अब तक विद्द्यालय परिसर में झाडू लगवाने व बर्तन धुलवाना ही सामने आया था, अब एक नया मामला सामने हैं जिसमे स्वीपर का काम छात्राओं कराया जा रहा है। स्वजन अपने बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए उन्हें घर से स्कूल भेजते हैं, लेकिन स्कूल में इन छात्र छात्राओं से शौचालय की सफाई कराई जा रही है। छात्राओं के द्वारा शौचालय के साफ सफाई करने का किसी ने वीडियो बना लिया और इंटरनेट मीडिया में वायरल कर दिया।
आदिवासी समाज ने आक्रोश व्यक्त किया
आदिवासी छात्राओं से स्कूल का शौचालय साफ कराने का यह वीडियो वायरल होने के बाद इसकी निंदा हो रही है।आदिवासी समाज के लोग भी इसे लेकर आक्रोश व्यक्त कर रहे है। वहीं स्कूल में स्वीपर की मांग भी की जाने लगी है।
प्रचार्य ने कहा स्वीपर नहीं तो कौन करेगा सफाई
विद्यालय के प्राचार्य सुरेश चतुर्वेदी कहना है कि सफाई कर्मचारी न होने की वजह से बच्चों को गंदे शौचालय में जाना पड़ता है, जिसकी वजह से बच्चों को सफाई करने के लिए कहा गया था। विद्यालय में बच्चे हैं, तो वहीं सफाई करेंगे। सरकार स्वीपर की नियुक्ति करा दे तो ऐसी स्थिति नहीं बनेगी।