bad manegmint in hospital:कटनी/ कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने जिला अस्पताल कटनी में महिला नसबंदी ऑपरेशन के बाद महिलाओं को जमीन पर लिटाने संबधी खबर पर तत्काल संज्ञान लेते हुए बीएमओ कन्हवारा शहरी क्षेत्र और शिविर प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश सीएमएचओ को दिए हैं। उन्होंने भविष्य में नसबंदी शिविरों में इस तरह की लापरवाही की घटना की पुनरावृत्ति नहीं करने की चेतावनी दी है। आननफानन में शिविर में सभी ऑपरेशन के लिए पहुंचीं महिलाओं को बेड की व्यवस्था कर दी गई है।
लापरवाही पर हटाए गए थे कलेक्टर
कटनी के रीठी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत बिलहरी में गत शनिवार को परिवार नियोजन के तहत आयोजित नसबंदी केंद्र में लापरवाही के दौरान एक महिला की मौत हो गई थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान कटनी कलेक्टर शशिभूषण सिंह को फटकार लगाई थी और रात होते ही कटनी कलेक्टर का ट्रांसफर हो गया। इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप की स्थिति बनी थी। इसके बाद कलेक्टर के ट्रांसफर के बाद जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में हेल्थ विभाग के रीजनल डॉ वायएस ठाकुर, डॉ वायएस ठाकुर पहुंचे थे। इसलिए नवागत कलेक्टर प्रियंक मिश्रा नसबंदी शिविरों के मामले में किसी तरह की लापरवाही न हो, इस पर विशेष नजर रखे हैं।
30 नवंबर को भी हुई देरी
भले ही नसबंदी शिविर में लापरवाही के मामले में कलेक्टर पर कार्रवाई हो चुकी हो लेकिन अभी भी लापरवाही थम नहीं रही है। जिले में परिवार नियोजन के तहत आयोजित होने वाली नसबंदी कैंप में लगातार लापरवाही बरती जा रही है। दिन में कैंप आयोजन करने के साफ निर्देश हैं। इसके बाद भी देर शाम शुरू किए जा रहे हैं। बुधवार को रीठी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 83 महिलाएं सुबह 10 बजे से ऑपरेशन कराने के लिए केंद्र पहुंच गईं थीं। वे दिनभर भूखे-प्यासे सर्जन का इंतजार करती रहीं। रात में 9 बजे सर्जन पहुंचे और ऑपरेशन की कार्रवाई शुरू की। इस मामले को लेकर बीएम डॉ. सुनील पराशर ने बताया कि 9 बजे सर्जन डॉ. आरबी सिंह का फोन आने पर महिलाओं को ऑपरेशन के लिए इंजेक्शन लगाकर तैयार किया जा रहा था। रात 10 बजे के बाद तक ऑपरेशन जारी रहे। 79 महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन होने थे।