sensex:मुंबई/ शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर पहुंचने के बाद गुरुवार को करेक्शन मोड में नजर आया। दोपहर बाद सेंसेक्स में 328 अंको की और निफ्टी में 102 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। बुधवार तक बाजार में फिलहाल करेक्शन की कोई आशंका नहीं जताई गई थी। इसकी वजह अमेरिका में 909 अरब डॉलर के अतिरिक्त राजकोषीय प्रोत्साहन पैकेज का काम आगे बढ़ने को लेकर बाजार में बना आशावाद का माहौल था। लेकिन, अब ऐसा लग रहा है कि बाजार को मौजूदा स्तर से ऊपर जाने में दिक्कत आएगी।
विश्लेषकों के मुताबिक सेंसेक्स के लिए 46,000 से ऊपर का लेवल बनाए रखना आसान नहीं होगा। अमेरिका में जो कुछ भी हो रहा है, उसका असर भारतीय बाजार पर भी होगा, लेकिन घरेलू फैक्टर भी बहुत काम करेंगे। एवेंडस कैपिटल अल्टरनेट स्ट्रेटजीज के सीईओ एंड्रयू हालैंड ने कहा-मैं नहीं समझता कि अतिरिक्त राजकोषीय प्रोत्साहन बहुत बड़े आकार का है। हां, इतना जरूर है कि इसकी बदौलत अर्थव्यवस्था से जुड़ी चीजें सही दिशा में चलना शुरू होंगी।
बहरहाल घरेलू बाजार में मौजूदा तेजी का रुझान खास तौर पर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की बदौलत है। बुधवार को इन्होंने 3,564 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। इसको मिलाकर दिसंबर में अब तक उनकी कुल खरीदारी बढ़कर तकरीबन ₹16,900 के स्तर पर पहुंच गई है। बाजार विश्लेषक साहिल बवेजा के मुताबिक घरेलू बाजार में एक और बड़ा फैक्टर काम कर रहा है। अर्थव्यवस्था में निरंतर सुधारों के बीच किसानों के प्रदर्शन को लेकर कुछ आशंकाएं हैं। बाजार इसे पूरी तरह नजरअंदाज नहीं कर पा रहा है।