भोपाल/सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ अमूमन मार्च माह के दूसरे पखवाड़े से गर्मी के तेवर तीखे होने लगते हैं। कहीं-कहीं लू भी चलने लगती है, लेकिन इस बार अलग-अलग स्थानों पर हो रही रुक-रुककर वर्षा के कारण तापमान में विशेष बढ़ोतरी नहीं हो रही है। अभी तक मध्य प्रदेश में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सका है। सतना एवं विंध्य के कई क्षेत्रों में रविवार की दोपहर झमाझम बारिश हुई। तक़रीबन २० मिनट हुई बारिश ने पूरे शहर को तरबतर कर दिया। जिला मुख्यालय के ग्रामीण अंचलों में बारिश के साथ साथ ओले गिरने की भी खबरे हैं. । बेमौसम बरसात और ओलों के गिरने से फसलों को भरी नुकसान पहुंचा है।
रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सीधी में 15, सतना में 13, मलाजखंड में सात, खजुराहो में 5.2, दमोह में एक एवं मंडला में एक मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में दो मौसम प्रणालियां बनी हुई हैं।
इस वजह से पूर्वी मध्य प्रदेश में वर्षा हो रही है। सोमवार को भी जबलपुर, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। 30–31 मार्च को ग्वालियर, चंबल, भोपाल संभाग में भी कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। इस वजह से दिन का तापमान बढ़ने की संभावना कम है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू-कश्मीर पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। तमिलनाडु से पूर्वी मध्य प्रदेश से होते हुए दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है।इस ट्रफ लाइन के असर से मिल रही नमी के कारण पूर्वी मध्य प्रदेश में वर्षा हो रही है। सोमवार को भी जबलपुर, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में वर्षा होने के आसार हैं। उधर 29 मार्च का एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। उसके असर से 30-31 मार्च को ग्वालियर, चंबल, भोपाल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है।