MP School: भोपाल/ कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है, ऐसे में मध्य प्रदेश में पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर नंबर दिए जाने का निर्णय लिया गया है। वहीं मध्य प्रदेश में 5वीं और 8वीं बोर्ड की परीक्षा भी नहीं होगी। दसवीं व बारहवीं की परीक्षा तय समय मार्च के पहले सप्ताह में ही शुरू होंगी। मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू करने की अनुमति दे दी गई है। वहीं नवमीं-ग्यारहवीं की स्कूल में उपलब्ध स्थान के आधार पर सप्ताह में दो से तीन दिन नियमित कक्षाएं लगेंगी।
कोरोना काल के चलते पहली से आठवीं तक के स्कूल 31 मार्च 2020 तक पूरी तरह बंद रहेंगे। अब नए साल में एक अप्रैल से नवीन शैक्षणिक सत्र शुरू होगा। मुख्यमंत्री की स्कूल शिक्षा विभाग को लेकर की गई समीक्षा बैठक के बाद शनिवार को गृह विभाग ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश जारी कर दिए है, हालांकि नियमित कक्षाओं में शामिल होने के लिए विद्यार्थियों को माता-पिता से सहमति पत्र जरूर लाना होगा।
नवमीं से बारहवीं तक की कक्षाएं अभी आंशिक रूप से चल रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की समीक्षा बैठक के बाद गृह विभाग ने शनिवार को निर्देश जारी किए है। जारी निर्देशों में कहा गया है कि दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं तय समय पर संपन्न होगी। इसके लिए एक सप्ताह के बाद नियमित रूप से कक्षाओं का संचालन शुरू किया जाएगा। कक्षा नवमीं व ग्यारहवीं के विद्यार्थियों के लिए विद्यालय में उपलब्ध स्थान के अनुसार सप्ताह में दो से तीन दिन नियमित कक्षाएं संचालित हागी। सप्ताह में कितने दिन विद्यार्थियों को बुलाया जाना है, यह स्कूल द्वारा तय किया जाएगा।
दो पाली में लग सकती हैं कक्षाएं
नियमित कक्षाओं को लेकर आवश्यकतानुसार एक कक्षा को दो सेक्शन में बांटा जा सकेगा, ताकि सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन हो सके । विद्यार्थी अभिभावक की सहमति से ही विद्यालय आएंगे। ऑनलाईन अध्यापन की गतिविधियां पहले की तरह जारी रहेंगी। सभी विद्यालय अनिवार्य रूप से गृह मंत्रालय, भारत सरकार व राज्य शासन द्वारा समय-समय पर कोविड-19 संक्रमण को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन करेंगे। जिला कलेक्टर समय-समय पर आवश्यकतानुसार विद्यार्थियों और शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टॉफ के लिए कोविड टेस्ट संपन्न् करेंगे।