Cheated 50 thousand youths of gujarat bengal karnataka andhra pradesh in the name of jobs accused of mp arrested in odisha: digi desk/BHN/रतलाम/जावरा/ सरकारी नौकरी देने के नाम पर देश के सबसे बड़े नौकरी धोखाधड़ी करने के मामले में ओड़िसा की भुवनेश्वर पुलिस (आर्थिक अपराध शाखा) ने पांच दिन पहले जावरा के आइटी इंजीनियर आरोपित अर्पित पांचाल को गिरफ्तार किया है। पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर भुवनेश्वर ले गई है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। जावरा के संजय काम्पलेक्स क्षेत्र में रहने वाले अर्पित की जवाहर पेठ में कम्प्यूटर संबंधी दुकान है। कुछ वर्ष पहले उसकी रेडीमेड कपड़ों की दुकान थी। उसने इंदौर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वह वेबसाइट बनाकर देता है। आरोप है कि उसने रैकेट संचालित करने वाले गिरोह को वेबसाइट बनाकर दी थी, जिसकी मदद से रैकेट ने हजारों लोगों के साथ ठगी की। इंजीनियरिंग एवं सूचना प्रौद्योगिकी में स्नातक अर्पित पांचाल चार कंप्यूटर भाषाओं का जानकार बताया जाता है। मुख्य आरोपित को 15 दिन पहले किया था गिरफ्तार ओड़िसा की आर्थिक अपराध शाखा ने वर्ष 2022 के दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में मुख्य आरोपित जफर अहमद निवासी अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) को गिरफ्तार कर नौकरी धोखाधड़ी रैकेट का भंडाफोड़ किया था। इसके बाद जावरा के अर्पित पांचाल का नाम सामने आने पर उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। अर्पित पर आरोप है कि उसने गिरोह के लिए नौ वेबसाइटें बनाई थी।
नौकरियों का विज्ञापन देते थे
वेबसाइटों को इस तरह से डिजाइन किया गया था कि वह सरकारी वेबसाइटों की तरह दिखती थीं। गिरोह के सदस्य फेक वेबसाइट पर लोगों को सरकारी नौकरियों का विज्ञापन देते थे। पुलिस को अब तक वेबसाइटों का शिकार हुए करीब 22 हजार व्यक्तियों की सूची मिली है। सभी नौ वेबसाइट पर नौकरी के विज्ञापन और उससे जुड़ी जानकारियां निकाल कर लोगों को चूना लगाया जाता था। इस अंतरराज्यीय रैकेट ने ओडिशा के अलावा गुजरात, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और पश्चिम बंगाल के नौकरी चाहने वालों युवाओं को भी निशाना बनाकर लाखों रुपये की ठगी की है। मामले में जल्द ही कई और गिरफ्तारी हो सकती है।