hanging rope death: भोपाल/ बाड़ी बरेली का रहने वाला किसान पेट दर्द की समस्या से दो साल से परेशान था। इलाज का असर नहीं होने से उसका स्वभाव चिड़चिड़ा होने के साथ ही वह मनोरोगी भी हो गया था। इलाज के मकसद से वह बुधवार को पत्नी के साथ भोपाल के छोला मंदिर इलाके में रहने वाले अपने रिश्तेदार के घर आया था। गुरुवार को रिश्तेदार उसे झाड़फूंक कराने कालापीपल ले गया, लेकिन किसान के पेट का दर्द जस का तस रहा। शुक्रवार दोपहर को किसान पत्नी को साथ लेकर इलाज कराने के मकसद से शाहजहांनाबाद स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचा। इसके बाद वहां से अचानक गायब हो गया था। शाम छह बजे किसान का शव ईंटखेड़ी थाना इलाके के अंजनीधाम स्थित जंगल में सागोन के पेड़ से लटका मिला।
ईंटखेड़ी थाना प्रभारी करन सिंह ने बताया कि शाम छह बजे पेड़ पर शव लटका होने की जानकारी मिली थी। तलाशी में मिले आधार कार्ड से मृतक की पहचान भार्गव कॉलोनी, बाड़ी बरेली निवासी ओमप्रकाश पुत्र नन्हेलाल मालवीय (45) के रूप में हुई। पता मिलने के बाद पुलिस ने घटना की जानकारी बाड़ी थाना प्रभारी को दी। बाड़ी थाना पुलिस ने ओमप्रकाश के पुत्र भरत का मोबाइल नंबर दिया। पुलिस ने भरत से बात की तो उसने पुलिस को बताया कि पिता का दोपहर में फोन आया था। उन्होंने बोला था कि वह अस्पताल में भर्ती होने जा रहे हैं। रुपये लेकर भोपाल आ जाओ। वह रुपये लेकर भोपाल आया तो पता चला कि पिता अस्पताल से मां को बिना कुछ बताए कहीं चले गए हैं।
बाड़ी में जमीन है
भरत ने बताया कि पहले उसके पिता जमीन की देखरेख करते थे, लेकिन दो साल से पेट दर्द की समस्या के कारण घर पर ही रहते थे। खेती का काम वह खुद संभाल रहा था। पिता का स्वभाव काफी चिड़चिड़ा हो गया था। भोपाल के मनोचिक्तिसक डॉ. आरएन साहू पिता का उपचार कर रहे थे। भरत ने पुलिस को यह भी बताया कि उसके पिता पहले भी दो बार खुदकुशी करने की कोशिश कर चुके थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।