India is coming in front of the world as a brand says external affairs minister nirmala sitharaman: digi desk/BHN/इंदौर/ हालीवुड की किसी फिल्म की लागत से कम हमारे चंद्रयान की कीमत थी। दुनिया के किसी भी हिस्से में 15 में से 14 हीरे काटे या पालिश किए जाते हैं, यह काम भारतीयों द्वारा किया जाता है। आप कहीं भी कार खरीदते हैं, उसमें एक पार्ट मेड इन इंडिया होता है। गुजरात के ढोलेरा में एयरबस सी-295 विमान बनाने की तैयारी है। मर्सिडीज बेंज के रिसर्च और डेवलपमेंट में भारत के 7500 इंजीनियर कार्यरत हैं। आप प्रवासी भारतीय विदेशों में भारतीय ब्रांड का प्रमोशन करें। 2047 के लिए नए भारत को तैयार करने में मदद करें।
यह कहना है केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का। वे मंगलवार को प्रवासी भारतीय सम्मेलन के सत्र पोटेंशियल आफ वुमन डायस्पोरा आंत्रप्रेन्योर को संबोधित कर रही थीं। सीतारमण ने कहा कि आप सब लोग विदेशों में भारत के प्रतिनिधि हैं। आप वहां पर भारत को बढ़ावा दें। भारतीय ब्रांड को बढ़ावा दें। मेरा आपसे अनुरोध है, आप वहां पर भारतीय वस्तुओं का उपयोग करें। हमारी सेवाओं का उपयोग करें। मैं, आपको भारत के छोटे, सूक्ष्म, बड़े व्यवसायों के साथ साझेदारी करने के लिएआमंत्रित करती हूं।
भारत के हर जिले का विशेष उत्पाद
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि हमारे देश के हर जिले का विशेष उत्पाद है। जिसकी अलग अलग पहचान है। जैसे वाराणसी की साड़ियां, मुरादाबाद की साड़ी, सेलम के बर्तन, बासमती चावल, मसाले, हस्तशिल्प आदि उत्पादों की एक अपार श्रृंखला है, जिसे आप अपने-अपने देशों में पहुंचाएं, इसका प्रचार करें। 1947 से लेकर 1990 तक हमने धीमी गति से प्रगति की, लेकिन 1991 में हमने अपने बाजार को विश्व के लिए खोल दिया था। अब हम ग्लोबल स्टैंडर्ड के अनुसार काम कर रहे है। हम स्टैंडर्ड तय कर रहे हैं। आप दुनिया के सबसे बड़े प्रवासी हैं। आप भारत के विकास में भी योगदान दे रहे हैं।
भारत की 58 कंपनियां विश्व में कर रही नेतृत्व
सीतारमण ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं जनभागीदारी से आगे बढ़ेंगे। आापकी भागीदारी से भारत के अगले 25 वर्षों का विकास समाहित है। भारत में कुल विश्व जनसंख्या की 17 प्रतिशत आबादी निवास करती है। इसके बावजूद वैश्विक प्रदूषण केवल 5 प्रतिशत है। भारत की 58 कंपनी विश्व के उद्योग जगत में नेतृत्व कर रही हैं। अमेरिका के बाद भारत में सबसे ज्यादा दवाओं का निर्माण होता है। लगभग 80 प्रतिशत दवाइयां भारत में बन रही हैं। यही नहीं, हर साल अनेक देश से दो मिलियन लोग इलाज कराने भारत आते हैं।
भारत की अर्थव्यवस्था में चार ई हैं शामिल
सीतारमण ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था चार आई पर टिकी हैं, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर, इन्वेस्टमेंट, इनोवेशन, इनक्लूजन शामिल है। दुनिया में बनाई जा रही 90 प्रतिशत चिपों की डिजाइन भारत में बनाई जा रही है। भारत चिप डिजाइनिंग में अग्रणी बन चुका है। भारत ‘प्लस वन’ होने की तलाश कर रहा है। लोग चीन के अलावा निवेश के लिए एक अन्य विकल्प की तलाश कर रहे हैं, उन्हें हम कहते हैं आप वहां भी बने रहें, लेकिन दूसरे स्त्रोत के रूप में हमें देखें। यही बात हम यूरोप के लिए भी कह रहे हैं। सत्र को आस्ट्रेलिया की मीतू भौमिक, जांबिया की सजनी अनाका रेड्डी, स्पेन की कविता परमार, इंग्लैंड की डा. पूनम गुप्ता, ओमान की देवकी खिमजी और तजाकिस्तान की मारिया सिद्दीका अशरफ ने भी संबोधित किया।