Aviation regulator dgca issues show cause notice to go first for leaving behind 55 passengers in a bus at bengaluru airport: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ एयरलाइन्स की मनमानी को लेकर DGCA ने सख्त रवैया अपनाया है। इस बार 55 यात्रियों को रनवे पर बस में छोड़ दिये जाने को लेकर DGCA ने Go First Airways को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। DGCA ने पूछा है कि इस मामले में आप पर ‘क्यों नहीं कार्रवाई की जाए?’ साथ ही और पूरे मामले पर रिपोर्ट देने के लिए भी कहा है। डीजीसीए के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि हमने एयरलाइन से एक रिपोर्ट मांगी है और उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा एयरलाइन ने भी इस घटना की जांच शुरू कर दी है और पूछताछ जारी रहने तक इस मामले से जुड़ा पूरा स्टाफ रोस्टर से बाहर रहेगा।
क्या है पूरा मामला
ट्विटर पर की गई शिकायतों के अनुसार, बेंगलुरु से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट G8 116 ने सुबह करीब 6.30 बजे उड़ान भरी, जिसने 55 से अधिक यात्री को एयरपोर्ट पर ही छोड़ दिया। 55 यात्रियों से भरी बस एयरपोर्ट के टरमेक पर खड़ी रही और विमान उन्हें छोड़कर उड़ गया। कई यात्रियों के ट्विटर पर गो फर्स्ट एयरलाइन, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय को टैग करते हुए इस मामले की शिकायत की थी।
गो फर्स्ट ने मांगी माफी
DGCA के नोटिस के बाद एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट ने माफी मांगी है। गो फर्स्ट ने स्टेटमेंट जारी कर रहा है कि बेंगलुरू से दिल्ली जाने वाली उड़ान G8 116 के यात्रियों को हुई असुविधा के लिए हम ईमानदारी से क्षमा चाहते हैं। कंपनी के मुताबिक घटना के बाद यात्रियों को दूसरी उड़ान में समायोजित किया गया था, लेकिन ये चार घंटे बाद सुबह 10 बजे के आसपास गंतव्य के लिए रवाना हुई थी। गो फर्स्ट एयरवेज ने उपयोगकर्ताओं से अपने ट्रैवेल डिटेल साझा करने का आग्रह किया और कहा: “हमें हुई असुविधा के लिए खेद है।” इस असुविधा के एवज में एयरलाइन कंपनी ने सभी प्रभावित यात्रियों को अगले 12 महीनों में किसी भी घरेलू क्षेत्र में यात्रा के लिए एक मुफ्त टिकट देने का फैसला किया है।