Coronavirus vaccine Update: newdelhi/ भारत में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच कोरोना वैक्सीन का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि अगले कुछ सप्ताह में कोरोना वैक्सीन देश में उपलब्ध हो जाएगी। सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जैसे ही वैज्ञानिकों की हरी झंडी मिलेगी, भारत में टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी कहा कि ‘पहले चरण में किसे वैक्सीन लगेगी, इसे लेकर भी केंद्र सरकार राज्य सरकारों से मिले सुझावों के आधार पर काम कर रही है।’ भारत 1.6 अरब खुराक के साथ दुनिया में कोविड-19 टीके का सबसे बड़ा खरीदार होगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक 80 करोड़ लोगों या आबादी के 60 प्रतिशत हिस्से का टीकाकरण किया जा सकेगा। देश में हर्ड इम्युनिटी विकसित करने के लिए भी इतनी संख्या पर्याप्त होगी।
इन्हें लगेगा सबसे पहले कोरोना टीका
- – प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि कोरोना के मरीजों के इलाज में जुटे हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और जो पहले से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे बुजुर्गों को कोरोना का टीका पहले दिया जाएगा।
- – पहला प्रॉयरिटी ग्रुप हेल्थकेयर वर्कर्स का है, जिन्होंने महामारी के खिलाफ शुरुआत से लड़ाई लड़ी है ऐसे लोगों में डॉक्टर्स, नर्सेज, पैरामेडिक्स, हेल्थकेयर सपोर्ट स्टाफ इस ग्रुप में शामिल होंगे।
- दूसरे नंबर पर फ्रंटलाइन वर्कर्स है, जिनमें हेल्थकेयर के अलावा सेना, पुलिस, फायर ब्रिगेड, नगर निगम जैसे सेक्टर्स के लोग शामिल होंगे।
- – तीसरे चरण में 50 साल की उम्र से ज्यादा के लोगों को शामिल किया जाएगा। कोविड-19 का प्रभाव इससे ज्यादा उम्र वाले लोगों पर अधिक देखने को मिला है।
- – चौथे चरण में 50 साल से कम उम्र के ऐसे लोग शामिल होंगे जिन्हें पहले से कोई गंभीर बीमारी है।
क्या कहता है विश्व स्वास्थ्य संगठन
इधर कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि 2021 की पहली तिमाही तक 50 करोड़ लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। WHO ने शुक्रवार को वैक्सीन वितरण का रोडमैप किया और कहा कि COVAX कार्यक्रम में शामिल 189 मुल्कों में टीके के समान वितरण को सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा।
जम्मू कश्मीर में रोज दी जाएगी 4.5 लाख खुराक
जम्मू-कश्मीर सरकार ने कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए वैक्सीन देने की तैयारी अभी से शुरू कर दी गई है। वैक्सीन देने के लिए 4500 प्रशिक्षित वैक्सीनेटर लगाए जाएंगे। राज्य में वैक्सीनेटर प्रतिदिन साढ़े चार लाख को कोरोना वैक्सीन देंगे। सबसे पहले यह वैक्सीन पहले चरण में सरकारी व निजी संस्थानों के कर्मचारी, फ्रंटलाइन वर्कर्स, सेना, सुरक्षा बल, होमगार्ड, पुलिस, स्वयंसेवी, नगर निगम के कर्मचारियों के समूह को दी जाएगी। राज्य के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रहमण्यम ने शुक्रवार को सभी जिला उपायुक्तों, स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से बैठक की।
देश में 90.56 लाख अब तक कोरोना से ठीक
कोरोना महामारी को मात देने वालों का आंकड़ा देश में 90.56 लाख पर पहुंच चुका है। मरीजों के उबरने की दर बढ़कर 94.20 फीसद हो गई है। कुल संक्रमितों की संख्या 96 लाख से अधिक हो गई है। साथ ही इस बीमारी से अभी तक 1 लाख 39 हजार से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कुल मरीजों की संख्या 95.71 लाख और ठीक होने वालों की संख्या 90.16 लाख हो गई है। फिलहाल सक्रिय मरीजों की संख्या 4.16 लाख है, जो कुल मामलों का 4.35 फीसद है। मृत्युदर भी गिरकर 1.45 फीसद पर आ गई है।
केरल में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले
केरल में सबसे ज्यादा 5,718 नए मोमले मिले हैं और कुल मरीजों का आंकड़ा 6.25 लाख पर पहुंच गया है। महाराष्ट्र में 5,229 नए मामलों के साथ कुल संक्रमित 18.42 लाख हो गए हैं। लेकिन सुकून की बात यह है कि मुंबई की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी धारावी में इस दौरान सिर्फ एक नया केस मिला है। वहीं, जालना जिले के कनेपुरी गांव में एक हफ्ते के भीतर 66 संक्रमित पाए गए हैं। गांव की कुल आबादी लगभग 1,700 है। कोरोना के मामलों को देखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने एक बार फिर छह दिसंबर को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि पर दादर स्थित “चैत्यभूमि” पर लोगों से नहीं जुटने की अपील की है। दिल्ली में 4,067 नए मामले मिले हैं। राष्ट्रीय राजधानी में अब तक 5.86 लाख संक्रमित पाए जा चुके हैं।
कर्नाटक में नए साल के जश्न पर लगेगी रोक
कर्नाटक सरकार ने संकेत दिया है कि नए साल के अवसर पर वह सार्वजनिक समारोहों पर रोक लगा सकती है। विशेषज्ञों के एक पैनल ने अगले साल के शुरू में राज्य में कोरोना की दूसरी लहर की आशंका जताई है। हालांकि, सरकार ने रात में कर्फ्यू लगाने की संभावनाओं को खारिज किया है।
गुजरात में अब कोई भी करा सकता है कोरोना टेस्ट
गुजरात सरकार ने कोरोना टेस्ट के लिए डॉक्टर की पर्ची की अनिवार्यता खत्म कर दी है। अब कोई भी कोरोना टेस्ट करा सकता है। पिछले हफ्ते सरकार ने टेस्ट की दर भी 1,500 रुपये से घटाकर आठ सौ रुपये कर दी थी।
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कीमत 2360 रुपये
महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना के इलाज में इस्तेमाल रेमडेसिविर इंजेक्शन की एक डोज की कीमत 2,360 रुपये तय कर दी है। सरकार ने राज्य के प्रमुख शहरों में मौजूद 59 दवा की दुकानों की सूची भी जारी की है, जहां से इसे खरीदा जा सकता है।