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Mantra Chant : गर्भावस्था के दौरान महिला करे इन मंत्रों का जाप, आने वाली संतान होगी गुणवान और भाग्यवान

Mantra Chant In Pregnancy: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ हर शादीशुदा महिला की ख्वाहिश होती है कि उसकी एक संतान हो और वह संतान सुंदर, संस्कारवान, स्वस्थ और भाग्यशाली हो, साथ ही जब वह गर्भवती होती है तब उसके मन में अपने बच्चे को संसार की हर खुशी देने की इच्छा होती है और चाहती है कि उसके बच्चे को दुनिया की हर खुशी मिले व उसे जीवन भर तरक्की मिले, लेकिन ऐसी उत्तम संतान पाने के लिए धार्मिक शास्त्रों में कई विशेष उपाय बताए हैं।

ज्योतिषाचार्य पंडित रमाकांत मिश्रा के अनुसार, यूं तो बच्चे का बुद्धिमान और संस्कारी होना परवरिश पर भी निर्भर करता है, लेकिन धर्म शास्त्रों में ऐसे कई विशेष मंत्र भी बताए गए हैं जिनका जाप करने से महिला के गर्भ में ही बच्चे को भाग्यवान व तेजस्वी बनाने में मदद मिलती है। कहा जाता है कि जब भी कोई महिला गर्भवती होती है तो वह जैसा व्यवहार करती है उसका असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। तो आइए जानते हैं कौन से हैं वो मंत्र और कब करना चाहिए इनका जाप-

मंत्र जाप के लाभ

ज्योतिषाचार्य के अनुसार गर्भवती महिला अगर अपनी गर्भावस्था के दौरान इन मंत्रों का जाप करती है तो उसकी होने वाली संतान पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जो कि उसके जीवन के लिए बहुत लाभकारी साबित होता है। इन मंत्रों के उच्चारण से संतान गुणवान, धनवान और भाग्यवान होती है।

1. मंत्र-

रक्ष रक्ष गणाध्यक्षः रक्ष त्रैलोक्य नायकः.भक्त नाभयं कर्ता त्राताभव भवार्णवात्.

मंत्र जाप के नियम

गर्भवती महिलाएं जब भी इस मंत्र का जाप करें तो इस बात का ध्यान रखें कि जाप से पहले भगवान गणेश जी की मूर्ति आपके सामने स्थापित होनी चाहिए। इसका जाप आपको 108 बार करना है और जैसे-जैसे आपके डिलीवरी का समय नजदीक आए आपको इसकी संख्या में बढ़ोतरी करते जाएं।

2. मंत्र

संपूर्ण मंत्र विनियोग: अस्य गोपाल मंत्रस्य, नारद ऋषि:, अनुष्टुप छंद:, कृष्णो देवता, मम पुत्र कामनार्थ जपे विनियोग:

ध्यान: विजयेन युतो रथस्थित: प्रसभानीय समुद्र मध्यत:, प्रददत्त नयान् द्विजन्मने स्मरणीयो वसुदेव नंदन:।।

संतान- गोपाल मंत्र: ऊं देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते।

देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।।मंत्र जाप के नियम- इस मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला के साथ एक लाख बार करें। साथ ही मन को मन को शांत रखें और भगवान से स्वस्थ संतान की कामना करें। मंत्र जाप पूरा होने के बाद घर पर 10 हजार मंत्रों का हवन करवाएं और ब्राह्मणों को भोजन करवाएं।

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