सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ युवा नेता विवेक मिश्रा गोलू ने केंद्र व राज्य सरकार से मांग की है कि हर वर्ग विशेष कि स्थिति परिस्थिति इतनी अच्छी नहीं होती कि वह अत्यधिक शुल्क में आवेदन कर सकें। हर विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षा में अपने प्रतिद्वंदी से अच्छा परिणाम लाने हेतु अभिलाषा रखता है, लेकिन कभी-कभार ऐसा देखा जाता है कि जो सरकारी नौकरियों की वैकेंसी आती है वह अत्यधिक शुल्क के साथ होती हैं, जिससे सामान्य वर्ग पिछड़ा वर्ग सभी को अत्यधिक समस्या का सामना करना पड़ता है क्योंकि हर समाज में कुछ लोगों कि आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं होती कि महंगाई के इस समय में बढ़ी फीस के चलते और परीक्षा में बैठ सके। वजह यह होती है कि एक अच्छा विद्यार्थी उस परीक्षा से वंचित रह जाता है ।
युवा नेता विवेक मिश्रा ने सरकार आग्रह है किया है कि पढ़ाई में कोई भी वर्ग का विद्यार्थी हो उसकी गुणवत्ता को ध्यान में रखकर पढ़ने का मौका और अच्छी नौकरी देना चाहिए जिससे एक अच्छा सरल समाज के साथ देश का नया उन्नति पूर्ण निर्माण हो सके। न्यूनतम फीस रखकर सभी के लिए एक समांतर समरूपता होनी चाहिए जिससे सभी विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षा में बैठ सके और अच्छी तैयारियों के साथ देश का एक मजबूत स्तंभ बन कर खड़ा हो सके।