ED asked for details of the assets of the engineers responsible officers unaware: digi desk/BHN/भोपाल/ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जल संसाधन विभाग के पांच इंजीनियरों की संपत्ति का ब्योरा मांगने के मामले में विभाग के जिम्मेदार अधिकारी बे-खबर हैं। अधिकारी कहते हैं कि उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं है। जबकि जल संसाधन विभाग के अधीक्षक यंत्री (प्रशासन) बीएस मोहनिया ने संचालक (प्रशासन) नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण को 29 नवंबर को पत्र लिखकर दो दिन में जानकारी भेजने को कहा है।
ईडी ने जल संसाधन विभाग से पांच अभियंताओं (इंजीनियरों) राजीव कुमार सुकलीकर, शरद श्रीवास्तव, शिरीष मिश्रा, अरविंद उपमन्यु और प्रमोद कुमार शर्मा की चल-अचल संपत्ति, नौकरी में आने से लेकर अब तक के वेतन का हिसाब, नौकरी में कहां-कहां किन पदों पर रहे आदि ब्योरा मांगा है।
ये 3333 करोड़ के निर्माण कार्यों में गड़बड़ी एवं मनी लांड्रिंग मामले में संदिग्ध हैं। अगस्त 2018 से फरवरी 2019 के बीच स्वीकृत बांदा बांध, हनोता बांध, वर्धा बांध, अन्य चार परियोजनाओं के कार्यों और भुगतान, प्रेशर पाइप कार्य इकाई और बांधों की नींव को पतला करने की जानकारी भी चाही है। मामले में जब विभाग के अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा से बात की गई, तो उनका कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। वहीं प्रमुख अभियंता जल संसाधन एमएस डावर से पूछा गया,तो उन्होंने भी अनभिज्ञता जताई।