सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ भारत के संविधान को अपनाने का स्मरणोत्सव मनाने और संविधान के संस्थापकों के प्रति सम्मान व्यक्त करने और उनके योगदान को याद करने के लिए हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के रुप में मनाया जाता है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के तत्वाधान में प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रमेश कुमार श्रीवास्ताव के मार्गदर्शन में शनिवार 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर एकेएस विश्वविद्यालय सतना में संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया। कार्यक्रम में संविधान दिवस की आवश्यकता, उपयोगिता एवं प्रासंगिकता के बारे में बताया गया। इस अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अनीता खजुरिया, जिला विधिक सहायता अधिकारी सुभाष चौधरी, चांसलर अनंत कुमार सोनी एवं विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे। इसी प्रकार जिले की समस्त तहसील विधिक सेवा समितियों में भी संविधान दिवस के अवसर पर संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया।
आयुष विभाग के संविदा सीएचओ अभ्यर्थियों की च्वाइस फिलिंग 29 नवम्बर से
प्रदेश में राष्ट्रीय आयुष मिशन में संविदा सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) वर्ष 2022 की परीक्षा 23 जून, 2022 को आयोजित की गई थी। परीक्षा की प्रावीण्य-सूची 23 जुलाई, 2022 को एम.पी. ऑनलाइन के माध्यम से जारी की जा चुकी है। रिक्त सीटों पर आवंटन के लिये अभिलेख सत्यापन के बाद पात्र अभ्यर्थियों के लिये 29 नवम्बर से 3 दिसम्बर, 2022 तक एम.पी. ऑनलाइन पोर्टल पर संस्थावार च्वाइस फिलिंग प्रदर्शित रहेगी। यदि कोई अभ्यर्थी च्वाइस फिलिंग नहीं करता है, तो ऐसे अभ्यर्थी का चयन नहीं किया जायेगा। इसके लिये उम्मीदवार स्वयं उत्तरदायी होगा। इस संबंध में कोई दावा मान्य नहीं होगा। च्वाइस फिलिंग के बाद प्रावीण्य-सूची के आधार पर पद-स्थापना की जायेगी। च्वाइस फिलिंग के लिये पोर्टल शुल्क 50 रूपये और जीएसटी शुल्क देय होगी।
आयुष शिक्षा का विस्तार
आयुष विभाग गुणवत्तापूर्ण आयुष शिक्षा प्रदान करने के लिये लगातार प्रयास कर रहा है। इसके लिये राज्य में स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रवेश क्षमता की वृद्धि की गई है। शासकीय आयुष महाविद्यालयों में 700 स्नातक एवं 155 स्नातकोत्तर छात्रों को प्रवेश के लिये सीटें उपलब्ध हैं। प्रायवेट सेक्टर के आयुष महाविद्यालयों में 3850 स्नातक और 163 स्नातकोत्तर छात्रों के लिये सीटें उपलब्ध हैं। सीट वृद्धि से छात्रों को आयुष की शिक्षा प्राप्त करने के लिये प्रदेश से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी और प्रदेश में माँग के अनुरूप विशेषज्ञ आयुष चिकित्सक उपलब्ध हो सकेंगे।