Chhath puja 2022 four day chhath festival from tomorrow will follow the tradition of bathing and eating on the first day: digi desk/BHN/रायपुर/ चार दिवसीय छठ महापर्व का शुभारंभ 28 अक्टूबर को नहाय खाय परंपरा निभाने के साथ होगा। पहले दिन स्नान करके महिलाएं चार दिवसीय पर्व को शुद्धता के साथ मनाने का संकल्प लेंगी। दूसरे दिन 29 अक्टूबर की शाम को लोहंडा एवं खरना परंपरा निभाकर खीर रोटी का सेवन करके निर्जला व्रत रखेंगी।
तीसरे दिन 30 अक्टूबर को अस्त होते सूर्य और छठी माता को अर्घ्य देने नदी, तालाबों के किनारे पूजा करने जुटेंगी। रातभर भजन, लोकगीत गाते हुए जागरण करेंगी। चौथे और अंतिम दिन सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद निर्जला व्रत का पारणा करेंगी।
महादेवघाट छठ महापर्व आयोजन समिति के संस्थापक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि 28 से 31 अक्टूबर तक मनाए जाने वाले छठ महापर्व का सबसे बड़ा आयोजन महादेव घाट पर किया जा रहा है। इस साल 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। व्रती महिलाओं को पूजा करने और सूर्य, छठी माता को अर्घ्य देने में परेशानी न हो, इसलिए खारुन नदी के किनारे एक किलोमीटर तक के क्षेत्र की सफाई की गई। समिति के सदस्य श्रमदान करने पहुंचे और अर्घ्य देने वाले तट के साथ ही सीढ़ियों को भी चकाचक किया। यहां दूर-दूर तक पूजन के लिए वेदियां बनाने का कार्य छठ पूजा से पहले ही पूरा कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री को सौंपा आमंत्रण
समिति के सदस्यों ने छठ पर्व में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उनके भिलाई स्थित निवास पर जाकर आमंत्रण सौंपा। इस अवसर पर संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, समिति के सदस्य सुनील सिंह, कन्हैया सिंह, शिवशंकर सिंह, अजय सिंह, अनिल सिंह आदि उपस्थित रहे।
छठ आडियो गीत का विमोचन
छत्तीसगढ़ के लोकगायक दिलीप षडंगी के भोजपुरी भाषा में गाये गए छठ गीतों के आडियो सीडी का विमोचन किया गया। समिति प्रमुख राजेश कुमार सिंह, एमआईसी सदस्य पार्षद नागभूषण राव और कांग्रेस के प्रवक्ता आरपी सिंह ने विमोचन किया। बाल कवि आदित्य सिंह ने स्वच्छता पर कविता पाठ किया।