उमरिया, भास्कर हिंदी न्यूज़/ बांधवगढ़ के जंगल से लगे ग्राम दमना में सक्रिय बाघ ने बस्ती के बीच एक घर की सार में घुसकर वहां बंधे मवेशियों का शिकार कर लिया। इससे ग्रामीणों में खासी दहशत है। बाघिन ने इस घटना को सोमवार-मंगलवार की मध्य रात्रि को अंजाम दिया। आबादी वाले क्षेत्र में बाघिन ने पालतू मवेशी पर हमला कर उसे अपना निवाला बना लिया है। बताया जाता है कि मानपुर परिक्षेत्र के ग्राम घघोड निवासी मवेशी मालिक मनबोध पिता कुशल सिंह परिहार का मकान बीच बस्ती में है। देर रात बाघिन ने इन्ही के मकान में मौजूद मवेशी की सार में घुसकर मवेशियों पर हमला कर दिया, जिसमें एक बछड़े की मौत हो गई है।
लगातार दो दिन से सक्रिय
रहवासी क्षेत्र में लगातार दो दिनों से बाघिन और उसके शावकों की मूवमेंट से ग्रामीणों में काफी दहशत का माहौल है। गांव के बीच रहवासी क्षेत्र में मौजूद खेर दाई मंदिर के पास बाघिन की निरंतर गतिविधि देखी जा रही है, जिससे ग्रामीण चिंतित और परेशान है।
पास में है स्कूल
घटना स्थल से महज 500 मीटर की दूरी पर गांव में मौजूद शासकीय प्राथमिक पाठशाला है,जहाँ मासूम छात्र अध्ययनरत है। परिजन इस वजह से भी खासा परेशान हैं। स्कूल इतने पास में बाघिन के सक्रिय होने से अभिभावकों में भी दहशत है। बाघिन की सक्रियता के कारण मंगलवार को बच्चों को स्कूल नहीं भेजा गया।
वन विभाग के कर्मचारी मौजूद
सोमवार की शाम से गांव के आसपास वन विभाग के कर्मचारी मौजूद है। सोमवार की शाम को वन विभाग के कर्मचारियों ने बाघिन को जंगल के अंदर तक खदेड़ दिया था लेकिन रात में बाघिन फिर वापस लौट आई और उसने गांव में मवेशियों का शिकार भी किया। इस तरह बाघिन के बार बार वापस लौटने की वजह से गांव में लगातार खतरा बना हुआ है।
शावको से बिछड़ी बाघिन
ग्राम दमना के पास सक्रिय बाघिन रात में उस समय अपने शावकों से बिछड़ गई थी जब वन विभाग के कर्मचारियों ने उसे जंगल के अंदर खदेड़ा था। उसी समय यह अनुमान लगाया जा रहा था कि अपने शावकों को तलाशती हुई बाघिन वापस गांव पहुंच सकती है। बताया गया है कि अब भी बाघिन अपने शावकों से अलग है और शावकों की तलाश कर रही है। जानकारों का कहना है कि अगर जल्द ही बाकी ने अपने सबको से नहीं मिलती है तो वह और भी आक्रामक हो सकती है।