Johnson’s & Johnson’s Baby Powder: digi desk/BHN/मुंबई/ महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने जॉनसन एंड जॉनसन प्राइवेट लिमिटेड के जॉनसन बेबी पाउडर का विनिर्माण लाइसेंस रद्द कर दिया है। आपको बता दें कि कंपनी का मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट मुंबई के मुलुंड में है। दरअसल पुणे और नासिक में लिए गए पाउडर के नमूने सरकार द्वारा मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं पाये जाने के बाद ये फैसला लिया गया। वैसे कंपनी ने अमेरिका और कनाडा में टेल्कम पाउडर का उत्पादन पहले ही बंद कर दिया है। वहीं दूसरे देशों के लिए कंपनी ने घोषणा की थी कि वह साल 2023 से टैल्कम पाउडर का उत्पादन बंद कर देगी। लेकिन लगता है भारत में उन्हें पहले ही अपना ये कारोबार समेटना पड़ेगा।
टेल्कम पाउडर पर पहले ही हो चुके हैं केस
बेबी पाउडर बनाने वाली नामी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन अपने टेल्कम पाउडर के उत्पादन को बंद करने का फैसला कर चुकी है। कंपनी के मुताबिक वह इसकी वजह से होने वाले मुकदमों से परेशान हो चुकी है। बीते कुछ वर्षों में कंपनी के बेबी पाउडर से कैंसर होने के आरोप लग चुके हैं। इसके कारण कंपनी को लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी है। अमेरिका में कंपनी के खिलाफ 40 हजार से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। उसे अब तक सेटेलमेंट के तौर पर 3.5 अरब डॉलर देने का आदेश दिया जा चुका है।
दरअसल उसके बेबी पाउडर में ‘एस्बेस्टस’ होने का आरोप है। यह पदार्थ कैंसर का कारक हो सकता है। टेल्कम पाउडर टैक (Talc) से बनता है। लेकिन इसके डिपॉजिट के पास एस्बेस्टस मौजूद होता है। ऐसे में टैक के एस्बेस्टस के साथ प्रदूषित होने की आशंका रहती है। इसे फेफड़ों का कैंसर, ओवरी के कैंसर, मीसोथीलियोमा और अन्य हेल्थ इश्यूज के साथ जोड़कर देखा जाता है। कैंसर की आशंका वाली रिपोर्ट सामने आने पर कंपनी के उत्पादों की बिक्री में भी काफी गिरावट देखने को मिली थी। कंपनी ने कहा था कि अब टैल्क बेस्ड पाउडर की जगह स्टार्च पर आधारित पाउडर का उत्पादन करेगी।