Crime: अनूपपुर/ एक युवक ने भाई के साथ आपसी रिश्ते खराब होने पर रात को भाई के पूरे परिवार को खत्म करने कमरे में आग लगा दी। इस हृदय विदारक घटना में तीन लोगों की जलने से मौत हो गई और एक 17 वर्षीय किशोर आग से झुलस गया। इसके बाद उसने कमरे में जाकर फांसी लगा ली। यह घटना जैतहरी थाना क्षेत्र के ग्राम धनगवां की है। घटना में पति- पत्नी और उनकी एक 16 वर्षीय बेटी की मौत हुई है। घटना बुधवार गुरुवार दरमियानी रात करीब 1:30 बजे की है। मृतकों के नाम ओमकार पिता छोटेलाल विश्वकर्मा 35 वर्ष, कस्तूरिया पति ओमकार विश्वकर्मा 30 वर्ष, निधि पिता ओमकार विश्वकर्मा 16 वर्ष है। घटना में आशीष पिता ओमकार विश्वकर्मा 17 वर्ष आग से झुलस गया है जिसे शहडोल जिला अस्पताल रेफर किया गया है। फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाला इस पूरे घटना का मुख्य आरोपित है जिसका नाम दीपक पिता छोटेलाल विश्वकर्मा 24 वर्ष बताया गया है।
रात को पहले आरोपित दीपक ने पेट्रोल भाई के कमरे में दरवाजे के नीचे से गिराया और उसमें आग लगा दी जिससे कमरे में फैले पेट्रोल ने पूरे कमरे को चपेट में ले लिया। कमरे के अंदर ओमकार पत्नी कस्तूरिया और बेटी निधि सोए हुए थे, इन सभी जलने से मौत हुई है। ओमकर विश्वकर्मा का 17 वर्षीय बेटा आशीष एक दूसरे कमरे में सोया हुआ था, वहां भी आरोपित दीपक ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी, जिससे दीपक झुलस गया था लेकिन वह बच गया। बताया गया आरोपित दीपक ने दोनों कमरों को बाहर से बंद भी कर दिया था ताकि कोई भी जीवित ना बच सके।
दीपक द्वारा घर में खड़ी मोटरसाइकिल को भी आग के हवाले कर दिया था। भाई के परिवार को आग के हवाले करने के बाद दीपक अपने कमरे में गया और रस्सी से फंदा लगाकर फांसी लगा ली। दीपक ने मरने से पहले अपने कमरे की दीवार पर भाई ओमकार उर्फ जिग्गा के बारे में लिखा वो चेतराम के मिलकर उसे घर से भगा रहे थे। दीपक ने यह भी लिखा तेरा यहां कुछ नहीं है। इस आधार पर पुलिस यह मान रही है कि दीपक का अपने भाई ओमकार के साथ रिश्ते सही नहीं थे और आपस में विवाद हुआ करता था। रात को जब घर से आग की लपटें बाहर निकल रही थी तो आस पड़ोस के लोगों को जानकारी हुई और उन्होंने पुलिस को सूचना दी इसके बाद घर के आसपास भीड़ जमा हो गई पुलिस भी रात को ही घटनास्थल पहुंच गई और उसे पूरा घटना का माजरा समझ में आ गया सुबह पुलिस अधीक्षक एम एल सोलंकी सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पहुंचे