सतना, भास्कर हिंदी न्यूज/ कलेक्टर अजय कटेसरिया द्वारा जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन केन्द्रों के पर्यवेक्षण एवं मॉनीटरिंग हेतु नोडल अधिकारी एवं मैदानी स्तर के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। धान उपार्जन नीति के प्रत्येक केन्द्र या अधिकतम 3 उपार्जन केन्द्र के लिये टीम का गठन किया जाए। जिसमें एक केन्द्र हेतु नोडलकर्मी तथा उसकी सहायता के लिये दो अन्य मैदानी सदस्य नियुक्त किये जाएं। जिनका दायित्व उपार्जन कार्य प्रारंभ होने से पूर्व केन्द्र में उपलब्ध सुविधाओं का सत्यापन, किसान पंजीयन की प्रगति, उपार्जन एवं उसकी गुणवत्ता तथा समयावधि में कृषक को भुगतान, प्रचार-प्रसार, प्रशिक्षण एवं अन्य प्रशासनिक व्यवस्थाएं तथा गठित टीम उपार्जन केन्द्रों में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने संबंधितों पर विरुद्ध सक्षम अधिकारी के माध्यम से कार्यवाही कराया जाना सुनिश्चित करेंगे।
निदेर्शों के तहत अनुविभाग अंतर्गत निर्धारित किये गये उपार्जन केन्द्रों में धान उपार्जन का कार्य 16 जनवरी तक जारी रहेगा। इस अवधि में पंजीकृत कृषको से किये जा रहे धान उपार्जन के कार्य एवं निर्धारित उपार्जन केन्द्रों की सतत् निगरानी एवं सघन पर्यवेक्षण किया जाना अत्यंत अनिवार्य है, ताकि किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं अनियमितता न हो और कृषक सुविधा पूर्वक अपनी उपज का विक्रय कर सके। अनुविभाग अंतर्गत स्थापित एवं संचालित उपार्जन केन्द्रों का अपने निर्देशन में जांच/परीक्षण करें तथा प्रत्येक उपार्जन केन्द्र में नोडल अधिकारी के रूप में संबंधित सहायक/कनिष्ठ अधिकारी एवं सहकारिता निरीक्षक को नियुक्त करें तथा प्रत्येक उपार्जन केन्द्र हेतु संबंधित ग्राम पंचायत के पटवारी एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी को नियुक्त कर संयुक्त टीम गठित करें। गठित टीम उल्लेखित दायित्वों के निर्वहन के लिये उत्तरदायी होगी तथा गठित टीम प्रति सप्ताह किये गये सघन पर्यवेक्षण एवं निगरानी की रिपोर्ट संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (रा.) को उपलब्ध कराएगी।