indian raliway: जबलपुर/ कोरोना काल मेें रेलवे की अधिकांश सुविधाएं और व्यवस्थाएं ठप थींं जिन्हें फिर शुरू किया जा रहा है। सबसे बड़ी समस्या ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को पानी और भूख मिटाने की थी। ट्रेन के सफर में यात्रियों को प्यास बुझाने ओर भूख मिटाने के लिए उन्हें उत्पाद उपलब्ध कराने की शुरुआत जबलपुर रेल मंडल ने की है l
दरअसल लगातार शिकायत आ रही थी कि चलती ट्रेन में यात्रियों को न तो पानी मिल रहा है न ही कोल्ड्रिंक और खाने की भी स्टॉलों पर पर्याप्त व्यवस्था नहीं हैं। इसे देखते हुए जबलपुर रेल मंडल के कमर्शियल विभाग ने जबलपुर कटनी सिंगरौली रूट पर रेल यात्रियों को होने वाली असुविधा से बचाने एवं अनाधिकृत सामग्री बेचने वाले वेंडरो पर लगाम लगाने के लिए पहला इनोवेटिव आइडिया चलती ट्रेन में नान फ़ूड सामग्री के विक्रय का किया है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विश्वरंजन ने बताया कि ट्रेन में जहर खुरानी सहित अनेक अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए मंडल में उक्त अभिनव प्रयोग से अवैध वेंडर्स की गतिविधियों को रोकने में सहायता मिलेगी. साथ ही नये प्रयोग से रेलवे को लायसेंस फीस के रूप में बड़ी रकम भी मिलेगी। रेलवे ने अपना यह अभिनव प्रयोग जबलपुर-कटनी-सिंगरौली-बीना खंड में प्रारंभ किया है।
इस अधिकृत वेंडर योजना का शुभारम्भ कटनी स्टेशन पर रेलवे के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रिंस विक्रम ने वेंडर्स को वैध डिजिटल आईडी प्रदान करते हुए किया। उन्हें ट्रेनों में चलने की मंजूरी प्रदान की। इस सम्बन्ध में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कोचिंग मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि इस योजना के वेंडर अधिकृत यूनिफार्म में प्रत्येक ट्रेन के शयनयान श्रेणी के कोच में पैक्ड सामग्री का एमआरपी पर विक्रय करने हेतु अधिकृत किये गए हैै। वेंडर्स यात्रियों की सुविधा के लिए प्रातः 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक यात्रियों की आवश्यकता की उपयोगी सामग्री का विक्रय चलती ट्रेन में कर सकते हैं।