Shivpuri murder news the dead body was thrown into the well after killing the employment assistant doing election duty: digi desk/BHN/शिवपुरी/ बदरवास जनपर की ग्राम पंचायत बड़ोखरा के रोजगार सहायक को गांव के चार युवकों ने पीट-पीट कर अधमरा करने के बाद उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्यारोपितों ने रोजगार सहायक की हत्या करने के बाद उसकी लाश को कुएं में फेंक दिया। स्वजनों को जब मामले की जानकारी लगी तो वह मौके पर पहुंचे, लाश को कुएं के बाहर निकालने के बाद उसे स्वास्थ्य केंद्र बदरवास लेकर आए। डाक्टरों ने रोजगार सहायक को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने हत्या का प्रकरण कायम कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।
जानकारी के अनुसार लखन उर्फ रिंकू जाट ग्राम पंचायत बड़ोखरा में रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ था। लखन मूलत: सेमरी गांव में रहता है लेकिन वर्तमान में वह बदरवास कस्बे में रिजौदी रोड पर मकान बनाकर रह रहा था। शनिवार को होने वाले मतदान के क्रम में लखन चुनाव ड्यूटी में ही अपनी पंचायत में था। इसी क्रम में गुरुवार की रात जब वह सेमरी गांव में चुनाव की वयवस्थाओं में पैदल-पैदल घूम रहा था। इसी दौरान गांव के धर्मेंद्र धाकड़, कप्तान धाकड़, संजीव धाकड़ और विजय सिंह उर्फ लल्लू धाकड़ ने मिलकर लखन जाट उर्फ रिंकू को रोक लिया और उससे गाली गलौंच की। इसी दौरान धर्मेन्द्र धाकड़ ने उससे कहा कि तूने मेरी कुटीर की सूची में से नाम काट दिया अब वह उसे जिंदा नहीं बचेगा। इसना कहने के बाद चारों आरोपितों ने उसकी मारपीट शुरू कर दी। जब वह बेहोश हो गया तो उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर लाश गांव के बाहर बने कुएं में फेंक दी। वहीं दूसरी ओर लखन की बाइक घर थी और वह रात तक घर नहीं आया तो उसके स्वजन उसे तलाशते घूम रहे थे, क्योंकि न तो वह गांव वाले घर पहुंचा था और न ही बदरवास। बताया जा रहा है कि जब उसके स्वजन उसे तलाश रहे थे तभी किसी गांव वाले ने उसके चाचा सतीश पुत्र अर्जुन जाट को बताया कि लखन का तो गांव के धर्मेन्द्र धाकड़ आदि से झगड़ा हो रहा है। वह लोग उसकी मारपीट कर रहे हैं। जब सतीश व अन्य स्वजन घटना स्थल पर पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि धर्मेंद्र धाकड़, कप्तान धाकड़, संजीव धाकड़ और विजय सिंह ने लखन की मारपीट कर उसे कुएं में फेंक दिया। लखन के स्वजनों ने लखन को कुएं के बाहर निकाला और उसे बदरवास स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने सतीश की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ हत्या का प्रकरण कायम कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।
वोटिंग से पहले चुनावी रंजिश की कहानी भी चर्चा में
अगर गांव से जुड़े सूत्रों की मानें तो आरोपितों का कोई रिश्तेदार सरपंच पद के लिए चुनाव मैदान में खड़ा हुआ है। वह लोग उसके पक्ष में मतदान की अपील कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर कोई राजपूत भी चुनाव मैदान में है। रोजागर सहायक और उसका परिवार उसके पक्ष में होने की बात बताई जा रही है। इसी के चलते धाकड़ों और रोजगार सहायक में पिछले कई दिनाें से शीत युद्ध के हालात बने हुए थे। सूत्रों का कहना है कि धाकड़ों को आशंका थी कि रोजगार सहायक जिसके पक्ष में होगा गांव में लोगों को उसके पक्ष में मतदान करवाने के लिए तैयार कर सकता है। इसी के चलते कुटीर का बहाना लेकर धाकड़ों ने रोजगार सहायक से झगड़ा किया और उसे पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया। पूरे गांव में इस बात को लेकर दबी जुबान में चर्चा भी हो रही है।