खजुराहो, भास्कर हिंदी न्यूज़/ पंचायत निर्वाचन का रास्ता साफ होते ही अब ग्राम पंचायतों में जमा राशि को बिना निर्माण कार्य कराए ही फर्जीवाड़े से निकाले जाने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला जनपद पंचायत राजनगर की ग्राम पंचायत ललपुर में सामने आया है। जिसमें सचिव के प्रभार में रोजगार सहायक द्वारा अनाधिकृत सरपंच व जिम्मेदारों से सांठगांठ करके 17 लाख रूपये निकाल लिए गए हैं।
बताया गया है कि पंचायत में जमा 24 लाख रूपये निकालने की तैयारी कर ली गई थी। जिसकी भनक लगने पर अधिकृत सरपंच ने इसे रुकवाने के लिए अधिकारियों से शिकायत की। इस मामले में रोजगार सहायक पर आरोप है कि उसने लगभग 6 लाख रुपये पूर्व में ही निकाल लिए थे, बाकी राशि निकालने की तैयारी की थी। इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की गई। इसके बावजूद बिना निर्माण कार्य कराए ही लगभग 17 लाख रुपये से अधिक राशि निकल ली गई है। गौरतलब है ग्राम पंचायत ललपुर की सरपंच रतिया बाई निर्वाचित सरपंच हैं, जिन्हें प्रशासन ने पद से हटाकर जशोदा आदिवासी को सरपंच नियुक्त कर दिया था।
इसके विरोध में रतिया बाई ने सागर कमिश्नर के यहां अपील की। जिस पर उन्हें पुनः सरपंच पद का प्रभार सौंपने आदेश मिला था। आदेश जारी होने के लगभग 10 दिन बीतने के बावजूद रतिया बाई को प्रभार नहीं मिल सका है। जबकि वर्तमान में अनाधिकृत सरपंच के माध्यम से शासकीय राशि ठिकाने लगाने की कोशिशें बराबर की जा रही हैं।
इनका कहना है
मुझे इस बारे में शिकायत मिली है। मैंने जिला कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ को पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाकर कराने के लिए लिखा है जिससे स्थानीय स्तर पर लीपापोती न हो सके।
डीपी द्विवेदी, एसडीएम, राजनगर